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मुंशी प्रेमचंद जयंती पर रा से यो एवं हिंदी क्लब का विविध आयोजन सम्पन्न

- सुभागी कहानी पर परिचर्चा

-गाँधी जी एवम मुंशीजी का विचार एवम साहित्य

- कहानी लेखन स्पर्धा

- विजेता पुरस्कृत हुए

- सुभागी का नाट्य रूपांतरण पर्दे पर दिखाया गया ।

बसना, " आज समाज में कई सुभागी हैं जो अपनी लड़ाई खुद लड़ रही हैं जबकि मुंशी प्रेमचंद के बाद से आज ज़माना और क्रूर हो चुका है। मुंशी जी के साहित्यिक और महात्मा गाँधी के वैचारिक उपदेश में ब्यापक समानता थी , दोनों ने ग्रामीण विकास को मुद्दा बनाया वहीं दोनों ने ही विविध सामाजिक समस्याओं को उठाया जो आज भी समीचीन हैं । " उक्ताशय के उद्गार अतिथियों ने आज शासकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में ब्यक्त किया ।

राष्ट्रीय सेवा योजना एवम हिंदी क्लब के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम के स्रोत ब्यक्तित्व इस प्रकार थे - पुरुषोत्तम लाल साहू -ब्याख्याता , कु. गिरिजा साहू -संयोजक हिंदी क्लब , रमेश कुमार सोनी -संयुक्त सचिव छ. ग.प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन - रायपुर । सभी ने मुंशी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए, सभी का स्वागत रा से यो ग्रुप लीडर ने किया ।

मुंशी जी की कहानी सुभागी का पाठन अरशद - शाला नायक ने किया , इस पर आधार व्यक्तव्य पी.एल.साहू ने दिया । रमेश कुमार सोनी ने गाँधी जी और मुंशीजी पर व्यक्तव्य दिया । मो.साजिद ग्रुप लीडर रा से यो ने सुभागी कहानी के वक्त की सामाजिक स्थिति की वर्तमान से तुलना किया तथा सामाजिक समस्याओं को रेखांकित किया । राजेश भोई - दलनायक ए टी एल ने सुभागी का चरित्र चित्रण करते हुए कहा की वह उस ज़माने में नारी सशक्तिकरण का एक उदाहरण थी । हितेश प्रधान ग्रुप लीडर रा से यो ने सुभागी कहानी के बेहतरीन पंक्तियों को रेखांकित किया ।साहित्यिक सचिव नान दाऊ साव ने संचालन करते हुए मुंशी प्रेमचंद के जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला । कु गिरिजा साहू ने मुंशी जी साहित्य में आज की समस्याओं को जन्म लेते हुए देखती हैं , उनके चरित्र आज भी जनमानस के मन पर।अंकित हैं । आपने तात्कालीन सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अपनी लेखनी को हथियार बनाया।


रा से यो ने इस अवसर पर छात्रों के मध्य मुंशीजी की कहानियो का लेखन स्पर्धा का आयोजन किया जो स्कूली पाठ्यक्रम में नहीं है , छात्रों ने इस स्पर्धा के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और विजेता ये रहे - 1 कोमल नारायण चौहान 2 लोकेश साव 3 अनीश सांड और सांत्वना पुरस्कार - प्रदीप षड़ंगी एवम किशन श्याम को मिला । मो साजिद , राजेश भोई , हितेश प्रधान , नान दाऊ साव , कमलेश नायक , अरशद खान , जतिन बगर्ति को उनके साहित्यिक योगदान के लिए अतिथियों ने सम्मानित किया , पुरस्कार में सभी को हिंदी साहित्य की कीमती पुस्तकें रमेश कुमार सोनी ने प्रदान किया । इस अवसर पर स्मार्ट क्लास में सभी उपस्थितों को सुभागी कहानी का चलचित्र यू ट्यूब पर भी दिखाया गया ।

सभी ने मुंशी प्रेमचंद को इस अवसर पर स्मरण किया , इस कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन कामिनी तिवारी - शिक्षक ने किया । इस कार्यक्रम को सफल बनाने में देवेंद्र सिंह रॉय का तकनीकी सहयोग एवं ब्यवस्था सहयोग - मो आकिब दलनायक रा से यो , जितेश सिन्हा , अजय , सेत कुमार , होतेंद्र सिंह , सुमीत दास एवम सभी ग्रुप लीडर्स का सहयोग रहा । इस अवसर पर विद्यालयीन छात्र एवम शिक्षक गण उपस्थित थे ।






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