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समितियों की परिसीमन से बदलेगा 6 समितियों का नक्शा, तीन नए समिति बनाने का भी भेजा गया है प्रस्ताव

सरायपाली. जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सरायपाली एवं तोरेसिंहा के अंतर्गत 13 सहकारी समिति हैं, जिसमें 238 गांव के 28363 किसान आते हैं. उपपंजीयक महासमुंद द्वारा विगत डेढ़ माह पूर्व समिति पुनर्गठन की जानकारी समितियों से मांगी गई थी, जिसमें नए परिसीमन से सरायपाली जिला सहकारी के रूढ़ा समिति अंतर्गत आने वाले सागरपाली, मल्दामाल और तिहारीपाली को अलग समिति बनाने की मांग की गई है. वहीं तोरेसिंहा जिला सहकारी बैंक के सभी समितियों में एक समिति से दूसरे समिति में गांव का भी परिवर्तन होगा.

परिसीमन से 7 समितियों का नक्शा बदलेगा और समिति भी भंग होगा. वहीं 3 नए समिति भी बनने की उम्मीद की जा रही है. नए परिसीमन से किसानों की दूरियां कम होगी एवं समय की बचत के अलावा नजदीकी सुविधा का भी लाभ मिलेगा. समितियों द्वारा नाम ट्रांसफर की प्रक्रिया के साथ-साथ ऋण ट्रांसफर भी की जाएगी. जिससे समितियों में कुछ में कम तो कुछ में अधिक ऋण लेने वाले किसान होंगे.

परिसीमन के शुरूवाती दौर में समितियों का काम जरूर बढ़ जाएगा, लेकिन किसानों को परिसीमन से बहुत राहत मिलेगा. सरायपाली जिला सहकारी बैंक अंतर्गत 7 समिति आते हैं, इन 7 समितियों में 14 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं. जहां किसानों एवं गांव की संख्या कुछ इस प्रकार से है. चिवराकुटा समिति में 21 गांव आते हैं व 2303 किसान हैं. रूढ़ा समिति में 38 गांव 4127 किसान हैं. नूनपानी में 15 गांव 1354 किसान, नवरंगपुर में 12 गांव 2958 किसान, रिसेकेला में 22 गांव 2885 किसान, सरायपाली में18 गांव 2104 किसान, भोथलडीह में 21 गांव 2040 किसान हैं.

इस तरह सरायपाली में 147 गांव के 17771 किसान आते हैं. इसमें सबसे अधिक रूढ़ा समिति में 3 खरीदी केन्द्र के अलावा ज्यादा किसान हैं. वहीं नूनपानी में सबसे कम किसान हैं. इसके अलावा तोरेसिंहा में 6 समिति के अंतर्गत 10 खरीदी केन्द्र में 91 गांव के 10592 किसान आते हैं. केना समिति में 13 गांव के 623 किसान आते हैं, वहीं कोटद्वारी समिति में 22 गांव के 725 किसान,तोषगांव में 12 गांव के 750 किसान, केजुवां में12 गांव के 1634 किसान, तोरेसिंहा में 14 गांव के 1848 किसान एवं कुसमीसरार 17 गांव 708 किसान आते हैं.

परिसीमन से कुसमीसरार सोसायटी में आने वाले गांव खोखेपुर, टिभूपाली और अमलडीह को कोटद्वारी समिति में सम्मिलित किया जाएगा. छिबर्रा, कलेण्डा, बडे“पंधी जो पूर्व में तोषगांव समिति में आते थे, उन्हें नजदीक के तोरेसिंहा में सम्मिलित किया जाएगा. भालूकोना, जटाकन्हार, बेलडीह, पझरापाली, अंतर्ला जो पूर्व में तोरसिंहा में आते थे, उन्हें तोषगांव में सम्मिलित किया जाएगा. वहीं केना समिति से बेलमुण्डी एवं पाईकपारा को कोटद्वारी समिति में, बिलाईगढ़, कसलबा, जो पूर्व में तोषगांव में थे वह जोगनीपाली समिति में किए जाने और माधोपाली जो पूर्व में जोगनीपाली में आते थे, जो पास में स्थित केना में सम्मिलित हो जाएगा. इस तरह तोरेसिंहा के सभी समिति परिसीमन से प्रभावित होंगे.




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