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जंगलबेड़ा क्षेत्र के 4 गाँव नहीं होना चाहते तोषगाँव समिति में शामिल.

उपपंजीयक कार्यालय महासमुंद द्वारा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक सरायपाली और तोरेसिंगा समिति का पुनर्गठन किया जा रहा है. जिसके बाद 7 समितियों का नक्शा बदल जायेगा जबकि 3 नए समिति बनने की आशंका जताई जा रही है.

वहीं परिसीमन में बाद तोषगाँव समिति में आने वाले चार गाँव के किसानों ने आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि ग्राम पझरापाली, बेल्डीह, जाटकन्हार और भालूकोना पहले धान ख़रीदी केन्द्र जंगलबेड़ा के अंतर्गत आते थे. नए परिसीमन के बाद उन्हें वापस तोषगाँव समिति में जाना पड़ेगा. जिससे की यहाँ के इन गाँव के किसानों को परिवहन में परेशानी होगी.

किसानों ने बताया है कि जंगलबेड़ा धान ख़रीदी केन्द्र बनने से पहले 20 वर्षों तक वो तोषगाँव समिति में ही रहते है आये है. जिसके बाद तोषगाँव समिति का आश्रित धान ख़रीदी केन्द्र जंगलबेड़ा को बनाया गया था. किसानों ने बताया है कि पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण जंगलबेड़ा ही उन्हें सुविधा पड़ता है. तोषगाँव जाने के लिए उन्हें पहाड़ों में काफी उतार चड़ाव का सामना करना पड़ता है. जिससे दुर्घटना घटने की भी आशंका रहती है. जिसके चलते ग्राम पझरापाली, बेल्डीह, जाटकन्हार और भालूकोना के किसान तोषगाँव समिति में सम्मिलित नहीं होना चाहते.

इस बात की सुचना तोरेसिंगा के सहकारी समिति के अध्यक्ष को पत्र के माध्यम से दे दी गई है. जिस पर क्षेत्रीय विधायक क़िस्मत लाल नन्द की अनुशंसा भी है. इस पत्र के माध्यम से किसानों ने सरकार की किसानों के प्रति किये गए कार्य के लिए धन्यवाद भी ज्ञापित किया है.




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