तहसील कार्यालय से स्टेऑडर लाकर भवन निर्माण रुकवाने पर हुआ विवाद.
पिथौरा थाना अंतर्गत वार्ड क्रमांक 10 के निवासी दीपक डडसेना व वार्ड नंबर 5 ने निवासी पारसकांत शुक्ला ने एक दुसरे पक्षों के ख़िलाफ पुलिस में हाथापाई, गाली गलौच और जान से मारने की धमकी देकर शिकायत दर्ज करवाई गई है.
दीपक डडसेना ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया है कि वह शासकीय अस्पताल पिथौरा में केन्टीन के संचालक का काम करता है. अस्पताल के गेट बगल में पारसकांत शुक्ला ऊर्फ संजु शुक्ला ,राजा शुक्ला, ऋषिकेश शुक्ला, रवि शुक्ला के द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध रूप से भवन निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
जिसे दीपक डडसेना ने रोकने के लिए तहसील कार्यालय पिथौरा से आदेश लेकर निर्माण कार्य को बंद करवा दिया था. लेकिन 5 अक्टूबर को फिर से निर्माण कार्य चालू कर दिया गया. इसके बाद जब दीपक ने तहसीलदार साहब द्वारा कार्य रोकने का आदेश जारी हो चुका है उसके बावजूद भी कार्य चालू किये हो कहा तो पारसकांत शुक्ला और उसके साथियों द्वारा कहा गया कि “हम कार्य करायेगें किसी भी स्टेऑडर को हम नही मानते है तू कौन होता है हमे मना करने वाला यहा से भग जा वरना जान से मार देगें” कहते हुए अश्लील गाली देते हुए हाथ मुक्का से सभी लोग धक्का मुक्की कर जान से मारने की धमकी दे दी गई.
वहीं पारसकांत शुक्ला ऊर्फ संजू शुक्ला ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया है कि उसका खुद का होटल है जिसमें निमार्ण कार्य 1 माह पूर्व से करा रहा है और इसी बीच पडोस का दीपक डडसेना उसके काम को रोकने के लिए तहसील कार्यालय पिथौरा से स्टेऑडर लेकर आया और हमारा निमार्ण कार्य रूकवा दिया.
जिसके बाद 5 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे वहां पर पड़े रेत, गिट्टी को लेबर लगाकर रोड में पडे रेत गिट्टी को हटा रहा था उसी उक्त दीपक डडसेना व उसका छोटा भाई मिक्की डडसेना दोनो मिलकर उसके लेवर को काम करने से रोककर अश्लील गाली देते हुए भगा दिये. जिसके बाद पारसकांत शुक्ला उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उससे भी हाथ मुक्का से धक्का मुक्की करते हुए ईट उठाकर मारने का प्रयास किया व जान से मारने की धमकी दी गई.
मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों के ख़िलाफ धारा 294-IPC, 323-IPC, 34-IPC, 506-IPC के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया है.