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पूरे अंचल में धूमधाम से मनाया गया दशहरा का पर्व, रावण दहन कर राजा देवेन्द्र बहादुर सिंह ने क्षेत्रवासियों को दी शुभकामनाएं

सरायपाली. नगर सहित पूरे अंचल में धूमधाम से दशहरा का पर्व मनाया गया. राजमहल का दशहरा उत्सव देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग जुटे हुए थे. दो वर्षों बाद महल में दशहरा उत्सव मनाये जाने से इस वर्ष लोगों में भी दशहरा को लेकर अधिक उत्सुकता थी. महल की शाही सवारी निकलते समय सड़क के दोनों किनारों पर लोगों का हुजूम लगा हुआ था.

बाजे-गाजे, कर्मा, घण्ट पार्टी के साथ शाही सवारी महल से निकली. विजय यात्रा के साथ मशाल लेकर बड़ी संख्या में महिला-पुरूष रथ के सामने चल रहे थे. नगर के मुख्य मार्ग होते हुए विजय यात्रा का काफिला पुरानी मंडी पहुंचा. विजय यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया.

पुरानी मंडी में राजा देवेन्द्र बहादुर सिंह ने पूजा पाठ कर केले के पौधे को काटने की परंपरा निभाई. इसके बाद रावण दहन किया गया. रावण दहन करने के बाद श्री सिंह ने क्षेत्रवासियों को दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दी.

रावण दहन कर वापसी के समय मंदिरों, दुर्गा पंडालों तथा मस्जिद, गुरूद्वारा में पूजा अर्चना करते हुए राजपरिवार द्वारा नागरिकों का अभिनंदन स्वीकार किया किया. पूरे फुलझर अंचल में राजमहल का दशहरा खासा महत्व रखता है. यहाँ राजपरिवार द्वारा प्रतिवर्ष महल से शाही सवारी निकलती है एवं पुरानी मण्डी में राजा के द्वारा रावण दहन किया जाता है.

विगत दो वर्षों में राजपरिवार के द्वारा दशहरा का उत्सव नहीं मनाया गया था, इसलिए इस वर्ष दशहरा को लेकर विशेष तैयारी की गई थी. एक सुसज्जित खुले वाहन में राजा देवेन्द्र बहादुर सिंह, कुमार योगेन्द्र बहादुर सिंह, कुमार निलेन्द्र बहादुर सिंह, आदित्येन्द्र बहादुर सिंह, वरूणेन्द्र बहादुर सिंह, यशवेन्द्र बहादुर सिंह सवार थे. राजा महेन्द्र बहादुर सिंह अस्वस्थता के कारण रथ के स्थान पर कार में बैठकर शोभायात्रा में शामिल हुए.

राजमहल का दशहरा उत्सव देखने के लिए ग्रामीण क्षेत्र से भी हजारों लोग पैदल व ट्रेक्टर से शहर पहुंचे थे. रावण दहन के बाद वापसी के समय राजपरिवार के सदस्यों ने मंदिरों, दुर्गा पंडालों तथा मस्जिद, गुरूद्वारा में पूजा अर्चना की एवं फुलझर क्षेत्र सहित छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए प्रार्थना किये.

महल मैदान में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. हमें भी अपने भीतर के रावण को मारकर इससे सीख लेनी चाहिए. मंच पर उपस्थित विधायक किस्मतलाल नंद ने भी राजा एवं परिवारजनों को दशहरा की बधाई देते हुए अंचल वासियों को भी दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दी.  मंच पर ब्लॉक कांग्रेस शहर अध्यक्ष अमृत पटेल, ब्लॉक कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष हेमसागर पटेल आदि भी उपस्थित थे.

इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आनंद लेने के लिए रात भर दर्शक जुटे रहे. कार्यक्रम में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो इसके लिए पूरे नगर में पुलिस की भी चाक-चैबंद व्यवस्था रही.




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