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हाट बाजार क्लीनिक योजना का मास्टर चार्ट तैयार

लगी ड्यूटी:- सहायक चिकित्सा अधिकारी और ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक रहेंगे मौके पर तैनात।

"हाट बाजार क्लीनिक योजना में कौन, कब, कहां, किस समय और क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगा इसके लिए जारी हुआ रोस्टर आदेश"

महासमुंद। स्वास्थ्य सेवाओं में प्रदेश के अग्रणी जिलों में घर पहुंच स्वास्थ्य सेवाओं में महासमुंद अग्रणी जिलों में शुमार रहा है। हाल ही में गांधी जी की 150 वी जयंती पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा शुरू की गईं जन कल्याणकारी योजनाओं में हाट बाजार क्लीनिक योजना को कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने गंभीरता से लिया है। इसके लिए जिला स्तर पर मास्टर चार्ट तैयार कर लिया गया है। अब दूरस्थ क्षेत्र व ग्रामीण अंचलों में स्थानीय नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं में विशेषज्ञ चिकित्सकों की घर पहुंच सेवा की उपलब्धता का निरंतर लाभ मिलता रहेगा। विभाग के आला अफसरों सहित नैदानिकी कर्मचारियों के दल में पदस्थ सहायक चिकित्सा अधिकारियों सहित ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक शिविर लगा कर मौके पर ही पीड़ितों का निःशुल्क उपचार एवं आवश्यक दवा वितरण करते रहेंगे।

जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे ने योजना के सुचारू संचालन हेतु संबंधित कर्मचारियों को क्षेत्रानुसार रोस्टर चार्ट जारी कर सेवा प्रदाय करने के लिए आदेशित किया है।

यहाँ बताना लाज़मी है कि मुख्यमंत्री हाट बाज़ार क्लिनिक योजना उनके लिये है जो मुख्यालय स्थित जिला अस्पताल सहित राजधानी रायपुर के बड़े संस्थानों में जाकर इलाज नहीं करवा पाते। अब उन्हें उनके ही निवास स्थल के दायरे में प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं मिलने से क्रमशः मौसमी बुखार, दर्द, मलेरिया, पेचिस, दस्त, उल्टी, रक्त अल्पता, कमजोरी, ब्लड प्रेशर, मधुमेह, आदि बीमारियों के इलाज के लिए अन्यत्र भटकने की कोई जरूरत नहीं होगी।

कॉफी टेबल पर रहेगी मुख्यमंत्री की पैनी निगाह

हाट बाजार क्लिनिक योजना में प्रमाणिक दस्तावेजीकरण के लिए माननीय मुख्यमंत्री महोदय श्री भूपेश बघेल द्वारा कॉफी टेबल पुस्तक संरचना की व्यवस्था की गई है। जिसमें क्रमशः मुख्यमंत्री जी, विभागीय मंत्रीगण व जनप्रतिनिधियों द्वारा सार्वजनिक स्थलों में भी मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके लिए राज्य स्तर पर ई-मेल एड्रेस ddiecdhscg@gmail.com जारी किया गया है। जहां समस्याओं सहित उपलब्धियों का सम्पूर्ण ब्योरा अंकित किया जाएगा।

86 बाज़ारों में हो चुके 4153 लाभान्वित

अब तक जिले में चिन्हांकित 100 हाट बाजारों में शुरू हुए 86 क्लिनिकों में क्रमशः महासमुंद के 23 हाट बाजारों के 20 में शिविरों में मलेरिया के 14, टीबी 01, रक्ताल्पता 66, कुष्ठ 01, 403 बीपी जांच में 37, मधुमेह 340 में 14, 14 गर्भवती महिलाओं, 03 शिशु टीकाकरण, नेत्र विकार 26, डायरिया 03 व 244 की सामान्य जांच सहित कुल 685 मरीज लाभान्वित हुए। इसी तरह पिथौरा 08 क्लिनिकों में लाभान्वित मरीजों का आंकड़ा मलेरिया में 20, टीबी 02, एचआईवी 05, रक्ताल्पता 43, कुष्ठ 04, बीपी जांच में 144 में 25 व मधुमेह के 114 में 14 एवं 26 नेत्र विकार, 23 गर्भवती महिलाओं सहित 231 की सामान्य जांच में कुल 395 तक पहुंचा। सरायपाली के 27 बाजारों के 23 क्लिनिकों में मलेरिया 71, रक्ताल्पता 149, कुष्ठ 03, बीपी जांच में 878 में 105, मधुमेह में 691 में 96, 27 गर्भवती महिला, नेत्र विकार 18, डायरिया 25 व 419 अन्य जांच सहित कुल 1207 मरीज उपचारित हुये। इधर, बागबाहरा में 22 बाजारों के 20 क्लिनिकों में मलेरिया के 77, रक्ताल्पता 265, कुष्ठ 01, बीपी जाँच 524 में 40, मधुमेह 536 में 19, 17 गर्भवती महिलाएं व नेत्र विकार 08 और डायरिया के 20 सहित अन्य 297 प्रकरणों में कुल 801 की स्तिथि रही। वहीं, बसना के आंकड़ों में 20 में 15 क्लिनिकों में मलेरिया के 42, एचआईवी जांच 07, टीबी 16, रक्ताल्पता 239, कुष्ठ 08, 771 बीपी जांच में 85, सहित मधुमेह में 595 में 42 एवं 32 गर्भवती महिला, शिशु टीकाकरण 02, नेत्र विकार 113 व डायरिया 04 एवं अन्य 532 प्रकरण मिला कर 1065 मरीजों को जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई गई। इस तरह जिले में कुल उपचारित मरीजों का आंकड़ा 4153 मरीजों तक पहुंच चुका है।






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