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ग्राम पंचायत ग्रीन सपोस में सूचना के अधिकार अधिनियम की खूलेआम उङाई जा रही धज्जियां

पंचायत में अच्छे कार्यो के लिए देशभर में वाह-वाही बटोरने वाली ग्राम पंचायत में सूचना के अधिकार का नही होता पालन। मिली जानकारी अनुसार ग्रीन सपोस अच्छे कार्यो के लिए किसी परिचय की मोहताज नही है लेकीन सूनने में बङा अटपटा सा लगता है की  यह मामला उसी ग्राम पंचायत सपोस जो की ग्रीन सपोस के नाम से प्रसिध्दी हासिल है।

ग्रीन सपोस को स्वच्छता, नशा मुक्ति, देश भक्ति,  मूल भूत सूविधा   के तहत किये गये कार्यो हेतू राष्ट्रीय स्तर का अवार्ड भी मिल चूका है लेकीन इसी ग्रीन सपोस में सूचना के अधिकार अधिनियम का पालन नही किया जाता है ।

ग्राम पंचायत सपोस को शासन से प्राप्त धनराशि का किए गए व्यय से संबंधित जानकारी प्राप्त करने हेतु ताराचंद पटेल के द्वारा 29/11/2018 को आवेदन प्रस्तूत किया गया था। लेकीन ग्राम पंचायत सपोस में पदस्थ सचिव/जन सूचना अधिकारी के द्वारा जानकारी नही दिये जाने पर दिनांक 11/01/2019 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पिथौरा के समक्ष प्रथम अपील किया गया जिस पर प्रथम अपीलीय अधिकारी के द्वारा कार्यवाही करते हूए दिनांक 23/02/2019 को ग्राम पंचायत सपोस के सचिव को निर्देशित किया गया की आवेदक के द्वारा मांगी गई जानकारी एक सप्ताह के भीतर प्रदाय कर पावती इस कार्यालय में जमा करने हेतू कहा गया था फिर भी उक्त पंचायत सचिव के द्वारा उच्च अधिकारी के आदेश का खूला उल्लंघन करते हूए जानबूझकर आवेदक को जानकारी नही दी गई की कहीं ग्रीन सपोस में हूए आर्थिक अनियमितता की खूलासा न हो जाय। तभी आवेदक के द्वारा सचिव ग्राम पंचायत सपोस के विरूध्द छ ग राज्य सूचना आयोग में द्वितीय अपील प्रस्तूत किया गया है।

इसी तरह ग्राम पंचायत सपोस (ग्रीन सपोस) में सूचना के अधिकार अधिनियम का खूलेआम धज्जियां उङाई जा रही है।

ग्राम पंचायत सपोस के सरपंच ने कहा ताराचंद पटेल की मांगी गई जानकारी स्पष्ठ नही





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