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खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने 11 जिमों में मारा छापा.

महासमुंद. जिलेभर के जिमों में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने छापामार कार्रवाई की है. जिले के सभी ब्लॉक में संचालित जिमों में विभाग ने एक साथ छापा मारा है. जिमों में प्रोटीन पाउडर और विटामिन टेबलेट देने को लेकर ये कार्रवाई की गई. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारी और औषधि निरीक्षकों की तीन टीम ने एक साथ कार्रवाई की है. जिसमें महासमुंद के 3, बागबाहरा के 2, पिथौरा के 1, बसना के 2 और सरायपाली के 3 जिमों में विभाग ने एक साथ दबिश दी.

जिम संचालकों को ऐसे पाउडर औऱ टेबलेट नहीं देने की सख्त हिदायत दी गई है. हालांकि किसी भी जिम में किसी भी प्रकार का कोई प्रोटिन पाउडर और शक्तिवर्धक विटामिन टेबलेट विभाग को नहीं मिले. राजधानी रायपुर में हुई घटना के बाद जिम संचालकों ने इस तरह के पाउडर और टेबलेट हटा दिये हैं.

इस घटना के बाद विभाग है अलर्ट पर

बीते दिनों राजधानी रायपुर में मिस्टर छत्तीसगढ़ रहे हर्षित कालोनी निवासी युवा संदीप ठाकुर द्वारा अपने पर्सानिलिटी डेव्लपमेंट को लेकर जीम में शक्तिवर्धक टेबलेट लेने से उसके शरीर में पूरी तरह साइड इफेक्ट हो गया और किडनी, फेफड़ा के साथ साथ ब्रेन स्टोक कि बीमारी से आज भी युवा अस्पताल में जुझ रहा है. इस खबर के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम पूरे प्रदेश में अलर्ट पर है और जीमों में छापामार कार्रवाई लगातार जारी है.

तीन टीमों में ये रहे शामिल

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अभिहित अधिकारी तृप्ति जैन के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारी और औषधि निरीक्षकों की तीन टीम ने एक साथ ये कार्रवाई की है. पहले टीम में सरायपाली और बसना के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी नीलम ठाकुर और औषधि निरीक्षक अवधेश भारद्वाज, दूसरे टीम में पिथौरा और बागबाहरा के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी राखी ठाकुर और औषधि निरीक्षक प्रियंका दिवान और तीसरे टीम में महासमुंद के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी ज्योति भानू और औषधि निरीक्षक अखिलेश पांडेय शामिल रहे.

जिम करने वालों को दी ये सलाह

देखा जाता है कि जिम में अपने बेहतर शरीर को बनाने और अपने पर्सनालिटी को डेअवलप करने के लिए आज के युवा पीढ़ी प्रोटिन पाउडर, विटामिट टेबलेट, स्टीरॉइड हार्मोन के सेवन करते हैं, जो जिम संचालकों द्वारा आसानी उपलब्ध करा दिया जाता है, लेकिन इसके सेवन से शरीर में बाद में व्यापक स्तर पर इसके साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं. जिससे शरीर में किडनी, फेफड़ा के साथ-साथ ब्रेन स्टोक कि बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. और इसके सेवन करने वाले बीमारी के चपेट में आ जाते हैं.







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