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बसना : कांग्रेस, बीजेपी या किसी अन्य का होगा नगर पंचायत अध्यक्ष ?

छत्तीसगढ़ में पार्षद ही महापौर, पालिकाध्यक्ष तथा नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव करेंगे इस बदलाव के बाद अब पार्टीयों को नगरीय निकाय में होने वाले चुनाव में हर एक वार्ड में अपना दम-ख़म दिखाना होगा. जिसके चलते पार्टीयाँ अब हर वार्ड में ऐसा उम्मीदवार उतारना चाहती है जिसकी जीत निश्चित हो, नहीं तो इसका खामियाजा पार्टी को निकाय चुवाव के अध्यक्ष पद से दुर रख देगा.      

बसना नगर पंचायत चुनाव में कुल 15 वार्ड है, अगर बसना नगर पंचायत से कोई जीता हुआ उम्मीदवार अध्यक्ष बनना चाहता है तो उसके पास खुद को मिलाकर 8 पार्षद का समर्थन लेना होगा. ऐसे में कुछ निर्दलीय पार्षद ऐसे भी हो सकते है जो किसी पार्टी को नुकसान पहुँचा सकता है.    

बसना नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पिछड़ा वर्ग आरक्षण रखा गया है, जबकि वार्ड क्रमांक 1 अनुसूचित जाति महिला, 2 अनुसूचित जनजाति, 3 अनारक्षित, 4 अनारक्षित, 5 अनुसूचित जाति, 6 अनारक्षित, 7 अनारक्षित महिला, 8 अनारक्षित महिला, 9 ओबीसी, 10 अनारक्षित, 11 ओबीसी, 12 अनारक्षित, 13 अनारक्षित महिला, 14 ओबीसी महिला, 15 ओबीसी के लिए आरक्षित है.  

बसना में यह चुनाव त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है, यहाँ बीजेपी और कांग्रेस के अलावा संपत अग्रवाल नीलांचल सेवा समिति के बैनर अपने 15 प्रत्याशी उतार रहें है. ऐसा होने से सबसे ज्यादा मुश्किल कांग्रेस व बीजेपी को ही हो सकती है, माना जा रहा है कि संपत अग्रवाल के नेतृत्व में नीलांचल सेवा समिति के बैनर तले मैदान में उतारने वाले लगभग 9 प्रत्याशी जीत सकते है, या फिर बिना नीलांचल के नगर पंचायत अध्यक्ष चुनना मुश्किल हो जायेगा.

अगर ऐसी स्थिति आती है तो सबसे नुकसान इसमें बीजेपी का ही होता दिख रहा है, क्योंकि विधानसभा चुनाव से बागी होने के बाद संपत अग्रवाल की बसना के बीजेपी स्थानीय नेताओं से लगातार दूरियां बनती आई है.    

वहीं जहाँ कांग्रेस और बीजेपी अब तक अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाए है उसमे संपत अग्रवाल ने नीलांचल सेवा समिति के बैनर तले 15 वार्ड के लिए 35 ऐसे दावेदार खड़े कर दिए है. जिनमे से कुछ राष्ट्रीय पार्टी से जुड़े है.  

बताया जा रहा है कि वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद गजेंद्र साहू पूर्व में भारतीय जनता पार्टी के टिकट से जीतकर पार्षद बने, लेकिन फिर भी इस बार वे  नीलांचल सेवा समिति के बैनर तले चुनाव लड़ना चाहते है. बताया गया है कि वार्ड नंबर 12 से बीजेपी का दावेदार होने के बावजूद बीजेपी के टिकट को ठुकरा कर इन्होने नीलांचल सेवा समिति में प्रवेश किया और वार्ड क्रमांक 12 से लड़ने के लिए सम्पत अग्रवाल को अपनी इच्छा जाहिर की.

मिली जानकारी के अनुसार नीलांचल सेवा समिति ने वर्तमान में प्रत्येक वार्ड में एक से अधिक दावेदार की सूची बनी हुई है,  और आगामी एक दो दिनों में बैठक कर पूर्णतः प्रत्येक वार्ड में एक उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया जायेगा.

वर्तमान में नीलांचल सेवा समिति की तरफ से वार्ड क्रमांक 1 से श्रीमती नारायणी संतराम भरद्वाज एवं कु.पिंकी धृतलहरे, वार्ड क्रमांक 2 से डेनियल पीटर, वार्ड क्रमांक 3 से जितेंद्र कश्यप, किशन अग्रवाल, अमृत चौधरी एवं दयाराम अग्रवाल, वार्ड क्रमांक 4 से जयंती अग्रवाल एवं सुमित अग्रवाल, वार्ड क्रमांक 5 से पोषराम धृतलहरे एवं संतराम भारद्वाज, वार्ड क्रमांक 6 से सोनू सोनवानी एवं विजय दास, वार्ड क्रमांक 7 से श्रीमती बजाज एवं श्रीमती निषाद, वार्ड क्रमांक 8 से श्रीमती पटवा एवं श्रीमती साव, वार्ड क्रमांक 9 से शीत गुप्ता एवं दिलीप गुप्ता, वार्ड क्रमांक 10 से लोकनाथ डड़सेना, श्याम बंजारा एवं सुरेश नायक, वार्ड क्रमांक 11 से कमल दास, कैशलचंद्र साहू एवं पप्पू भाई, वार्ड क्रमांक 12 से गजेन्द्र साहू एवं श्रीमती विनीता पवन अग्रवाल, वार्ड क्रमांक 13 से श्रीमती सचकपूर, वार्ड क्रमांक 14 से श्री कौशल्या दास, कु. प्रेमबाई दास, कु. आकांक्षा दास एवं श्रीमती गुबासिनी श्याम बंजारा, वार्ड क्रमांक 15 से पंकज महंती, रमेश डड़सेना, निलेन्द्र डड़सेना एवं अचिंत दास जैसे दावेदारों पर विचार विमर्श किया जा रहा है.




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