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बच्चों को संस्कारी बनाना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता : गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू

गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि आज के परिवेश में बच्चों को संस्कारी बनाना सबसे बड़ी आवश्यकता है। श्री साहू आज बिलासपुर में चौकसे गु्रप ऑफ कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाने-लिखाने के साथ-साथ संस्कारी बनाना भी बहुत जरूरी है, ताकि वे समाज, देश और मानवता के प्रति परोपकारी बन सके।

चौकसे गु्रप ऑफ कॉलेज और द विस्डम ट्री फाउंडेशन बिलासपुर की ओर से आयोजित महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम और अवार्ड सेरेमनी में गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इस अवसर पर श्री साहू ने कहा कि आज के युग की यह महती आवश्यकता है कि महिलाएं एवं बालिकाएं आत्मरक्षा के तरीकों से परिचित हों और समय आने पर उन तरीकों का उपयोग कर सके। उन्हांने कहा कि हम किसी भी वृक्ष के फूल, पत्ते और फल की ओर ही ध्यान देते हैं, जड़ की ओर हमारा ध्यान नहीं जाता। जड़ की ओर ध्यान देने से पेड़ के सभी अंग अच्छे रहते हैं। ठीक उसी तरह सामाजिक व्यवस्था भी एक जड़ है, यह व्यवस्था ठीक रहेगी तो महिलाओं को आत्मरक्षा के लिये प्रशिक्षण लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री शैलेष कुमार पाण्डेय ने कहा कि हमारा देश वर्षों तक गुलामी की जंजीर से जकड़ा था, इससे हमारे संस्कृति भी प्रभावित हुई तथा महिलाओं और बेटियों को सबसे ज्यादा दिक्कते आयी। उन्होंने कहा कि आज के दौर में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। इसके लिए सरकार अनेक प्रयास की जा रही है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है। कार्यक्रम को तेलंगाना से आये प्रोफेसर के.वेंकटस्वामी और चौकसे गु्रप ऑफ कॉलेज की डायरेक्टर श्रीमती डॉ. पलक जायसवाल ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली नारी शक्तियों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही कॉलेज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को भी अवार्ड दिया गया।




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