news-details

माइंस में रोजगार मांगने पहुंची महिलाओं ने कलेक्टर के दिया अल्टीमेटम, 31 जनवरी तक काम नहीं मिला तो किया जाएगा चक्काजाम.

चेमल, एडगुड़, आमागढ़ व नवागांव के लोग खेती किसानी कार्य के बाद जिस जंगल में तेन्दू, चार, हर्रा, महुआ बिनने जाते थे, उस जंगल में अभी पुष्पा स्टील कंपनी द्वारा लौह अयस्क का खनन करते हुए माइंस स्थापित कर दिए है पर वहां आमागढ़ और नवागांव से कोई मजदूर को रोजगार नहीं दिया जा रहा है,  जबकि वहां माइंस स्थापित होने से खेती किसानी के बाद किसारों से रोजगार छिन गया है। मजदूर परिवार की महिलाएं कलेक्टर से गुहार लगाते हुए रोजगार दिलाने की मांग कि है,  नहीं तो चक्काजाम करने की चेतावनी दी है।

विकासखण्ड दुर्गूकोंदल के ग्राम चेमल व एडगुड़ में पुष्पा स्टील कंपनी के द्वारा लौह अयस्क खनन कार्य किया जा रहा है, महिलाओं ने बताया कि हम भी इसी पहाड़ी के आश्रित है। खदान खुलने के पहले इसी पहाड़ी से तुन्दूपत्ता, लाख, चिरोंजी व अन्य वनोपज संग्रहण कर जीवन चलाते थे। अभी माइंस चालू होने से तेन्दूपत्ता लाख, हर्रा, चिरोंजी नष्ट हो गया है और हमे इस पहाड़ी से आमदनी मिलना कम हो गया है। खेती किसानी खत्म होने के बाद आमागढ़ व नवागांव की महिला पुरूष बेराजगार हो जाते है इसलिए हम चेमल व एडगुड़ खदान में मजदूरी कार्य दिलाने की मांग कर रहे है कि आमागढ़ व नवागांव के सभी घर से एक एक मजदूर चेमल व एडगुड़ खदान में रखा जाए। पिछले साल भी खदान मजदूरी के कार्य की मांग किए थे पर एसडीएम, कलेक्टर के पास जाने के बावजूद आमागढ़ गांव के एक भी व्यक्ति को मजदूरी कार्य नहीं दिया गया. और चेमल व एडगुड़ माइंस में काम नहीं मिलने पर माइंस प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन व चक्काजाम करने की रणनीति बना रहे है।

महिलाओं ने अल्टीमेटम देते हुए कहा 31 जनवरी तक आमागढ़ के प्रत्येक घर से एक एक मजदूर चेमल व एडगुड़ माइंस में रखने की उचित पहल करनेगे, इस अवधि के भीतर आमागढ़ व नवागांव के लोगों को मजदूरी कार्य नहीं दिया गया तो माइंस के खिलाफ चक्काजाम किया जाएगा व परिवहन कार्य होने नहीं दिया जाएगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।




अन्य सम्बंधित खबरें