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नही थम रहा हाथियों का हमला, बीते रात हुए हमले में एक की मौत

लगातार क्षेत्र में विचरण कर रहे हिंसक हाथियों द्वारा कई ग्रामीणों को मौत के घाट उतारने का सिलसिला जारी है इसी कड़ी में कल पिथौरा वन परिक्षेत्र पिथौरा अंतर्गत ग्राम खैरखुटा में धान की रखवाली कर रहे ग्रामीण की हाथी के कुचलने से एक व्यक्ति की मौत हो गई.

मिली जानकारी के अनुसार ग्राम खैरखुटा में रात्रि लगभग 1:00 बजे तीन हाथियों का झुंड देवपुर
वनपरी क्षेत्र से ग्राम खैरखुटा में प्रवेश किया वहां गन्ना की फसल को खाने के बाद गांव के मध्यस्थल एक गली के अंदर धान रखा हुआ था जिसकी निगरानी कर रहे नकुल वल्द कृष्णचन्द्र प्रधान उम्र 62 वर्ष जो कि खाट में सोया हुआ था
अचानक हाथियों ने नकुल के ऊपर हमला कर उसे रौंद दिया व मौके में ही नकुल की मौत हो गई सुबह 6:00 बजे ग्रामीणों ने वन अधिकारियों को सूचना दिया जिस पर वन अधिकारी ने तत्काल सहायता राशि हेतु ₹25000 का मुआवजा दिया गया।

मौतों का जिम्मेदार कौन?
बीते कुछ माह से सीमावर्ती उड़ीसा प्रांत से अनेक बार कई हाथियों का झुंड आकर इस क्षेत्र में तांडव किया साथ ही कई किसानों को मौत के घाट उतार दिया वन विभाग द्वारा हाथियों को भगाने का ना तो किसी तरह का प्रयास किया जाता वरन विभाग मूकदर्शक बंद कर शासन से लाखों खर्च करवा रहा है वन विभाग की भूमिका में ग्रामीणों को संदेह होने लगा है जिससे ग्रामीणों में व्यापक रोज देखा जा सकता है
अधिकारी ने बताया मुनादी की जाती है.

वन परिक्षेत्र अधिकारी गणेश ने बातचीत के दौरान बताया कि रोजाना शाम को हाथी प्रभावित क्षेत्रों में मुनादी की जाती है साथ ही कहा जाता है कि अकेले जंगल की ओर ना जाएं एहतियात स्वरूप घर की लाइट जलाकर रखें जिससे हाथी वहां ना भटके
रौद्र रूप इन हाथियों का झुंड अभी गोपालपुर की ओर बढ़ा है गोपालपुर से लगे इलाकों में ग्रामीणों में भय व्याप्त है गोपालपुर से सटे हुए ग्राम किशनपुर लक्ष्मीपुर सराइटार रामपुर लक्ष्मीपुर राजा सेवैय्या टप्पा डूंगरीपाली टेका समेत पिथौरा के अंचल के गांव में हाथियों की दहशत बनी हुई है।




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