news-details

अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की जान बचानें वाले बच्चों को किया जाएगा सौर्य पुरस्कार से सम्मानित

रायपुर. छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद ने वर्ष 2018-19 के राज्य वीरता पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. इन पुरस्कारों के लिए परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की अध्यक्षता में ज्यूरी समिति की अनुशंसा पर प्रदेश के 4 बहादुर बच्चों का चयन किया गया है. जिन्हें गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में सम्मानित किया जाएगा. इन बच्चों ने साहस का परिचय देते हुए अपनी जान की परवाह किए बगैर अपनी सूझबूझ से दूसरों की जान बचाई है.

बच्चों को पुरस्कार में 15-15 हजार रूपए की नगद राशि, प्रशस्ति पत्र और चांदी के मेडल प्रदान किया जाएगा.
शौर्य पुरस्कार के लिए चयनित बच्चों में महासमुंद जिले के खल्लारी से सोमनाथ वैष्णव और पूनम यादव, रायगढ़ की प्रशांत बारिक एवं सरगुजा की कांति शामिल हैं. महासमुंद जिले के 10 वर्षीय सोमनाथ व पूनम यादव ने गांव के तालाब में डूब रहे एक बच्चे को बाहर निकाला. साहसी सोमनाथ और पूनम ने अपनी जान की परवाह किए बिना मासूम की जान बचाई.

सरगुजा जिले के ग्राम मोहनपुर निवासी कांति कक्षा चौथी की छात्रा हैं. उन्होंने अपनी तीन साल की बहन को जान जोखिम में डालकर हाथियों के झुंड से बाहर निकाला. उन्हें इस साहस पूर्ण कार्य के लिए शौर्य पुरस्कार दिया जा रहा है.
  
रायगढ़ जिले के ग्राम सरिया के रहने वाले प्रशांत बारिक अपने दोस्तों के साथ नहाने के लिए नदी गए थे. नदी में नहाते समय एक दोस्त लोकेश नदी की गहराई में चल गया और डूबने लगा. लोकेश को डूबता देख प्रशांत ने समय नहीं गंवाया और हाथ खींचकर उसे मौत के मुंह से बाहर निकाल लाया.




अन्य सम्बंधित खबरें