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महासमुंद : शराब की दुकानों पर सेल्समैन की मनमानी का खेल, कोई 10 का सिक्का नहीं ले रहा तो कोई बेच रहा ओवररेट !

जिले में शराब की दुकानों पर मनमानी ठंग से अपने नियम बनाने का खेल चल रहा है, लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी आंखे मूंदे बैठे हुए हैं. एक शिकायत बसना ब्लाक अंतर्गत स्थित शराब दुकान भंवरपुर से आ रही है शिकायत के अनुसार यहाँ के सेल्समैन द्वारा 10 का सिक्का नहीं लिया जा रहा है.

शासन द्वारा बिना किसी आदेश के 10 का सिक्का महासमुंद जिले में बहोत से इलाकों में लोगों ने पहले ही प्रतिबंधित कर दिया है भले ही आप जिले के कलेक्टर क्यों ना हो 10 का सिक्का लेकर आप भी यहाँ के बाजारों से कुछ नहीं ला पाएंगे. यह समस्या पुरानी है सभी इससे अवगत भी है. लेकिन कभी कुछ नहीं हो पाया. कई अधिकारी आये चले गए मगर 10 का सिक्का नहीं चला पाए.

व्यापारियों के अलावा यहाँ सरकार द्वारा संचालित शराब के ठेकों पर भी 10 का सिक्का नहीं लिया जा रहा है, सरकार द्वारा संचालित ठेका भी अगर 10 का सिक्का नहीं लेगा तो लोगों को यही लगेगा की 10 का सिक्का सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया है.

मिली जानकारी के अनुसार भंवरपुर वाले शराब दुकान में तो रसीद भी नही दिया जा है, सेल्समैन भी यहाँ प्रिंट करने में लेट होता है कहकर टाल देते है.  भंवरपुर के स्थानीय लोगों ने यह भी बताया की स्कूल के लड़कों को भी कई बार स्कूल टाइम पर शराब ख़रीदते देखा जा सकता है.

शराब से लाखों का मुनाफा करने वाला आबकारी विभाग बिजली गुल हो जाने से किसी अन्य प्रकार से रौशनी लाने में नाकाम रहा है. बिजली के जाते ही अंधेरा छाया रहता रहता और इसी अंधेरा का फायदा उठाकर भी छोटे-छोटे कोचिया यहाँ से तय मात्र से अधिक शराब ले जाकर छोटे-छोटे गाँव में अपने अवैध शराब का धंधा चलाते है.

इसके अलावा बागबाहरा से तय कीमत से अधिक मूल्य पर  शराब की बोतल दी जा रही है. शिकायत के अनुसार 140 रुपये की बियर के 170 रुपये लिए जा रहें है.  इस तरह की वसूली से कई बार विवाद की स्थितियां भी बनती हैं. लेकिन शिकायत बहोत कम होती है जिसके चलते सेल्समैन के हौसले लगातार बुलंद होते जाते है.






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