news-details

सातवीं आर्थिक गणना के संबंध में कार्यशाला का आयोजन, प्रगणकों एवं सुवरवाईजरों को दी गई टेक्नीकल पार्ट की जानकरी

महामसुंद, 30 मई 2019/ सातवीं आर्थिक गणना का कार्य पूरे देश में करने के उद्देश्य से किया जाना है। इस संबंध में आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री ऋतुराज रघुवंशी विशेष रूप से उपस्थित थे। सातवीं आर्थिक गणना के क्षेत्रीय कार्य फील्ड वर्क सीएससी ई-गवर्नेश सर्विस इंडिया लिमिटेड के प्रगणक,सुपरवाईजर द्वारा संपादित किया जाएगा। क्षेत्रीय कार्य के मानिटरिंग में मोसपी को राज्य के योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी और उद्योग विभाग के अधिकारियों द्वारा सहयोग किया जाएगा।

इस कार्यशाला में शासन स्तर पर गठित जिला स्तरीय समन्वय समिति के सभी सदस्य, कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) के प्रगणक और सुपरवाईजर उपस्थित थे। कार्यशाला में वरिष्ठ सांख्यिकीय अधिकारी एनएसएस रायपुर श्री आर.के. श्रीवास्तव ने बताया कि जिले के भौगोलिक सीमा के अंतर्गत आने वाले सभी प्रतिष्ठानों की गणना की जानी है, इसमें असंगठित क्षेत्र भी शामिल होंगे। सभी प्रकार के संरचनाओं एवं उनकी आर्थिक गतिविधियों गतिविधियों एवं परिवारिक क्रिया-कलाप की जानकारी ली जाएगी।

आई.टी. एप्लीकेशन के माध्यम से डाटा कलेक्शन किया जाएगा। डाटा कलेक्शन में तकनीक का विशेष उपयोग किया जाएगा, प्रकरणों की जीओ- टेगिंग भी की जाएगी। सर्वे करने वाले सभी प्रगणक, सर्वे के सभी निर्धारित परिभाषाओं और वस्तुस्थिति के मध्य समन्वय बनाकर आंकड़े प्रस्तुत करेंगे। इसके लिए प्रबंधन, निगरानी एवं समन्वय आवश्यक है। लोक सेवा केन्द्र के कर्मचारी विशेष रूप से सर्वे में सहयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक डाटा जिला स्तर पर गठित कमेटी निरीक्षण करेंगी, उसके बाद राज्य स्तरीय कमेटी सर्वे रिपोर्ट का अवलोकन कर उसे केन्द्र स्तरीय कमेटी को भेजा जाएगा।

कार्यशाला में जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय के उप संचालक श्री मार्सल तिर्की ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि सीएससी के सुपरवाईजर द्वारा तथा उद्योग विभाग के कर्मचारियों द्वारा उक्त सर्वे कार्यों का मानिटरिंग किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि इस गणना कार्य में प्रत्येक परिवार तक पहुंचकर उनकी संपूर्ण आर्थिक गतिविधियों के बारे में जानकारी ली जाएगी। इस तरह गांव, मोहल्ला, पारा मजरा, टोले सभी स्थानों पर प्रगणक पहुंचकर प्रत्येक व्यक्ति परिवार के आर्थिक गतिविधियों की जानकारी का डाटा एकत्र करेंगे। मोबाईल एप्प के माध्यम से यह डाटा संकलित किया जाएगा। इसे समय-सीमा में पूरा किया जाना है। जून से अगस्त माह तक आर्थिक सर्वे का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

कार्यशाला के प्रथम सत्र में फिल्ड वर्क से संबंधित मूलभूत जानकारी एवं आर्थिक गणना (ईसी हाउस) के संबंध में श्री आर.के. श्रीवास्तव वरिष्ठ सांख्यिकीय अधिकारी रायपुर के द्वारा जानकारी दी गई। इसी तरह द्वितीय सत्र में मोबाईल एप्प के माध्यम से जानकारी दर्ज किए जाने के लिए टेक्नीकल पार्ट से संबंधित डिस्ट्रिक मैनेजर श्री श्यामल शर्मा तथा विवेक शामल द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।




अन्य सम्बंधित खबरें