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राज्य स्तरीय 7 दिवसीय लोक कला,लोक संगीत प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न

बागबाहरा:- छत्तीसगढ़ी लोक कला को बढ़ावा देने व नई पीढ़ी को लोक संगीत के मूल स्वरूप से परिचित कराने के उद्देश्य से लोक कलाकार संरक्षण समिती ब्लाक बागबाहरा ने नगर में एक वृहद आयोजन किया।साहू छात्रावास लालपुर बागबाहरा में 1 जून से 8 जून तक छत्तीसगढ़ी लोक संगीत पर आधारित गायन,वादन व नृत्य का सात दिवसीय आवासीय शिविर का आयोजन निशुल्क किया गया।जिसमें पुरे छत्तीसगढ़ के दुर्ग,भिलाई,राजनांदगांव,कवर्धा,बालोद,गरियाबंद,महासमुन्द ,रायपुर ,बेमेतरा ,राजिम, छुरा, आरंग ,बसना,ओड़िसा के लगभग 110 प्रतिभागी कलाकारों ने विभिन्न विधाओं पर प्रशिक्षण प्राप्त किया।

लोक कलाकार संरक्षण समिति के अध्यक्ष धनराज साहू ने बताया कि उक्त शिविर में प्रशिक्षक के तौर पर छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तबला सम्राट रामकुमार साहू,लक्ष्मण साहू लोक रंग,ढोलक में बालेश साहू,संगीतकार गोविन्द साव राजनांदगांव,लोक गायक सुरेंद्र मानिकपुरी महासमुन्द ,लोक गायक हितेंद्र वर्मा बेमेतरा,आर्गन में मनोज दीवान छात्र खैरागढ़ ,लोक नृत्य निर्देशक सतीश साहू (लोक रंग ),उत्तम साहू (रंगसरोवर नृत्य निर्देशक),पैड में मनोज देवांगन बागबाहरा ,धनेश डोंगरे और बहुत से गुरुजनों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।

शिविर के दौरान छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कलाकार और समाज सेवी संस्था के पदाधिकारी बीच-बीच में आकर अपनी गरिमामयी उपस्थिति प्रदान कर समिति और प्रतिभागियो का मनोबल बढ़ाये।जिसमे मुख्य रूप से सतनाम पंथी गीत सम्राट राजेंद्र रंगीला और मिलन रंगीला जी पुरे परिवार सहित पधारे, नाँचा के प्रसिद्ध कलाकार सुखराम बघेल गांजर नाँच ,प्रसिद्द साहित्यकार पियूष जी,अद्वैत प्रभा मंडल बागबाहरा, आर्ट ऑफ लिविंग परिवार बागबाहरा,नगर साहू समाज व सुरमाल साहू समाज के पदाधिकारीगण ,नगर के शिक्षा विद,कला विद इत्यादि ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति प्रदान किये।

इस आयोजन की खास बात थी यह आयोजन बिना किसी शासकीय सहयोग के ,कलाकारों द्वारा कलाकारों के लिए अपने -अपने स्तर पर सहयोग कर अन्य सहयोगी जनो के माध्यम से सफलता पूर्वक संपन्न किया गया।ताकि आने वाले समय इस संस्था के उद्देश्य को शासन समझे और निस्वार्थ सेवा करने वाले लोक कलाकार संरक्षण समिति को शासकीय अनुदान दे और लोक कला को संरक्षित करने वालो को प्रोत्साहित करे।

इस सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन 8 जून को बड़े धूमधाम से संपन्न हुवा।महासमुन्द के नवनिर्वाचित सांसद चुन्नी लाल साहू जी के मुख्य आतिथ्य एवम छत्तीसगढ़ी लोक कला के शिखर पुरुष लोक रंग अर्जुन्दा के संचालक दीपक चंद्राकर दाऊ जी कार्यक्रम अध्यक्ष व विशेष अतिथि के रूप में शिक्षा विद हरीश पांडे जी,नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि योगेश बघेल,जनपद उपाध्यक्ष भेखलाल साहू जी ,कवि रूपेश्वर तिवारी जी,कवि अजय अटपटु जी जैसे महत्वपूर्ण लोगो की उपस्थिति में संपन्न हुवा,जो समापन समारोह को और गौरवमय बना रही थी।
   
प्रसिद्द कलाकार दीपक चंद्राकर जी ने लोक कला के गिरते स्तर पर चिंता जताते हुए मूल छत्तीसगढ़िया पर आधारित नाटक "घर कंहा हे" के संवादों की जब मार्मिक प्रस्तुति की तो समूचा वातावरण तालियों की गूंज के साथ छत्तीसगढ़िया माटी की खुशबू से सराबोर हो गया।समापन अवसर पर कार्यशाला के प्रतिभागी अपने गुरुजनों के मार्गदर्शन में अपनी प्रस्तुति प्रदान कर दर्शकों का दिल जीत लिया ।

सभी प्रशिक्षार्थी और गुरुजनों को सम्मान पत्र अतिथियो द्वारा प्रदान किया गया। नगर और क्षेत्र के सैकड़ो कलाप्रेमियों की उपस्थिति ने कलाकारों और आयोजन समिति का उत्साहवर्धन किया। उक्त आयोजन में मंच संचालन डॉ विकास अग्रवाल,हरि यादव जी ने संयुक्त रूप से किया।

इस आयोजन को सफल बनाने में लोक कलाकार संरक्षण समिति के संरक्षक किरण क्षत्रे,रमेश ठाकुर, रमेश चंद्राकर, गौतम जैन,वृषभान ,कमल साहू,नन्द कुमार नेगी,सचिव बालेश साहू,नारायण बघेल,डिमान सेन,सालिक राम सेन,विश्राम यादव,राजकुमार ध्रुवंशी,हरकेश महानंद,टीकम पटेल ,धनेश डोंगरे,साधु ,किसन मानकर, आंनद जगत,नागेश ,दुर्गेश,टिकेश्वर ,देवराज ,विपिन राजपूत,एवन साहू ,पवन साहू ,विनोद दीवान,पारस पटेल व ताल ग्रुप बागबाहरा के सदस्यो का योगदान महत्वपूर्ण रहा।

उक्त आयोजन में प्रमुख रूप से सुरमाल के अध्यक्ष विष्णु साहू,नेहरू साहू,देवेश साहू,ओमप्रकाश साहू,डॉ लक्ष्मण साहू,जनक साहू ,प्रेम साहू,मिलन साहू,विनोद साहू ,खूबचंद साहू का सहयोग रहा।




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