
सरायपाली में सरकारी भवन पर कथित अतिक्रमण के खिलाफ धरना प्रदर्शन
नगर के वार्ड क्रमांक 10 स्थित पुराने पीडब्ल्यूडी कॉलोनी परिसर में एनएच पीडब्ल्यूडी का पुराना कार्यालय भवन और गोदाम है। इसकी देखरेख का जिम्मा वर्ष 2008 से उप अभियंता भुजरंग साय पैंकरा को सौंपा गया था। आरोप है कि तब से वे अपने परिवार सहित उक्त शासकीय भवन में अनधिकृत रूप से निवासरत हैं।
वर्ष 2017 में भी भुजरंग साय पैंकरा द्वारा पक्का अतिक्रमण किए जाने पर तहसीलदार न्यायालय ने उन्हें दोषी मानते हुए 1,000 रुपए अर्थदंड अधिरोपित कर बेदखली का आदेश जारी किया था। बावजूद इसके, उन्होंने हाल ही में शासकीय गोदाम को तोड़कर पुनः पक्का निर्माण कार्य शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि वर्तमान में तहसीलदार सरायपाली के स्थगन आदेश के बावजूद उक्त स्थल पर छत ढलाई तक का काम पूरा हो चुका है।
आवेदकों का कहना है कि संबंधित शासकीय सेवक स्वयं को प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का करीबी रिश्तेदार बताकर सिविल सेवा आचरण अधिनियम का उल्लंघन कर रहे हैं। इसके विरोध में 15 सितंबर से अनिश्चितकालीन धरना देने की सूचना अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को 9 सितंबर को दी गई थी।
मामला शासकीय आवास का है तो मुद्दा इस ओर भी है की कुछ शासकीय सेवको का ट्रांसफर हुए महीनों बीत चुका है उसके बाउजूद शासकीय आवास का मोह छुट नही रहा नियमानुसार जिस दिन शासकीय कर्मचारियों का ट्रांसफर होता है उसी दिन से उनको शासकीय आवास की पात्रता खत्म हो जाती है ।
लेकिन सरायपाली मे कुछ ऐसे कर्मचारी भी है जिनका ट्रांसफर हुए महीने बीत गया लेकिन आवास को खाली नही कर रहे कुछ के सगा सम्बन्धी निवास कर रहे है । शासकीय आवास मे कुछ ऐसे भी कर्मचारी है जिनको आवास की पात्रता नही है फिर भी निवास कर रहे है । शासकीय आवास खाली नही करने के कारण हि पात्र कर्मचारी आवास के लिए दर दर भटक रहे है । प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए ।
अब देखना होगा कि प्रशासन अतिक्रमण हटाने और आवेदकों को सुरक्षा उपलब्ध कराने को लेकर क्या कदम उठाता है।