हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालन में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिये तकनीकी जानकारी और आगामी रूपरेखा नियोजन पर दिया गया प्रशिक्षण
एनसीडी पखवाड़े से
और बेहतर हो जायेंगे एचडब्लूसी
गैर संचारी रोग
कार्यक्रम के अंतर्गत् हुई हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की रिफ्रेशर ट्रेनिंग
एनसीडी पखवाड़े में मनाये जायेंगे छह विशेष दिवस
महासमुन्द 11 फरवरी 2020/स्वास्थ्य
सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए जिले में ‘71 हेल्थ
एंड वैलनेस सेंटर्स‘ संचालित हैं। यहां प्रबंधन संभाल रहे अधिकारियों एवं
कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों को अद्यतन जानकारी सहित क्रियान्वयन पद्धति के लिए
नियमित रूप से प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में हेल्थ एंड
वैलनेस सेंटर के राज्य सलाहकार एवं जिलास्तरीय अनुभवी प्रशिक्षकों ने सोमवार
10 फरवरी 2020 को
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय भवन
स्थित सभाकक्ष में जिले के पांचों विकासखंड से आए अफसरों में खंड चिकित्सा
अधिकारी, सामुदायिक
स्वास्थ्य अधिकारी, हैल्थ एंड वैलनेस सेंटर्स प्रभारी, ग्रामीण
चिकित्सा सहायकों सहित विकासखंड कार्यक्रम एवं डाटा प्रबंधकों
को चार्ज किया गया।
गैर संचारी रोग कार्यक्रम
एवं हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर्स के जिला नोडल अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कसार
ने बताया कि 15 फरवरी 2020 से 29 फरवरी 2020 तक ‘‘एनसीडी
मंथ यानी गैर संचारी रोग पखवाड़ा‘‘ मनाया
जाएगा। बता दें कि प्रशिक्षण भी इसी तारतम्य दिया
गया। डॉ कसार के मुताबिक इस बार में जिले के 71 हेल्थ
एंड वैलनेस सेंटर्स में प्रति सेंटर 250 मरीजों
सहित कुल सत्रह हजार सात सौ पचास मरीजों
का उपचार करने का लक्ष्य रखा गया है। पखवाड़े के दौरान सभी हेल्थ एंड वैलनेस
सेंटर्स में निशुल्क जांच एवं परामर्श की सुविधाएं प्रदान की जायेंगी।
प्रशिक्षकों में राजधानी रायपुर से आयीं ‘जपाइगो
प्रतिनिधि डॉ प्रतीक्षा पॉल‘ ने
प्रशिक्षणार्थियों की तकनीकी जिज्ञासा शांत की। उन्होंने हेल्थ
एंड वैलनेस पोर्टल में अद्यतन जानकारी अंकन एवं टैबलेट के माध्यम से मौके
पर की जाने वाली ऑनलान रिपोर्टिंग के संबंध में विस्तार पूर्वक समझाया।
दूसरी पाली में गैर संचारी रोग कार्यक्रम की जिला सलाहकार सुश्री अदीबा
बट्ट ने बताया कि एनसीडी पखवाड़ा के दौरान छह विशिष्ट दिनों में क्रमशः
15 फरवरी ‘स्वस्थ
सियान दिवस‘, 18 फरवरी ‘प्यारी
बिटिया दिवस‘, 20 फरवरी ‘निरोगी
दिव्यांग दिवस‘, 24 फरवरी ‘स्वस्थ
संगवारी दिवस‘, 27 फरवरी ‘सुरक्षा
सूत्र दिवस‘ एवं 29 फरवरी ‘किसान
मितान दिवस‘ के रूप में मनाएं जाने
हैं। उन्होंने इनकी रूपरेखा और कार्य-योजना के बारे में अवगत कराते हुए
कहा कि हर दिन का अपना विशेष महत्व है इसलिए निष्पादन दायित्व के साथ सभी
विशिष्ट दिवसों में योजनानुसार अधिकाधिक मरीजों को लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित
करें। इस बहुउद्देशीय प्रशिक्षण कार्यशाला में बड़ी संख्या में विभागीय
अधिकारी, राष्ट्रीय
स्वास्थ्य मिशन की जिला डाटा प्रबंधक सुश्री संहिता
धु्रव एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मिलने वाली सुविधाएं
जिला कार्यक्रम
प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में 71 हेल्थ
एंड वैलनेस सेंटर्स की स्थापना कर की गई है। योजना आयुष्मान भारत
का ही एक लघु रूप है। इन सेंटरों का मुख्य उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद लोगों
को घर बैठे ही स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना है। बिजली, पानी, स्वच्छ
भवन जैसी अनिवार्य व्यवस्थाओं सहित एचडब्लूसी सेंटर्स को अत्याधुनिक चिकित्सा
उपकरण और प्रशिक्षित स्टाफ से लैस किया गया है। यहां, हीमोग्लोबिन, ब्लड
ग्रुप, पेशाब, गर्भ
की जांच, ग्लूकोज
की जांच, मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस, बलगम, टाइफाइड
आदि की जांच एवं उपचार की सुविधाएं मिलती हैं। साधारण बीमारियों के
उपचार के अलावा जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य देखभाल, संचारी
एवं गैर संचारी रोग प्रबंधन, परिवार नियोजन, रेफरल
और फॉलो-अप की सेवायें भी इन केंद्रों में उपलब्ध करायी जा रही
हैं।