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केवीके में मशरूम उत्पादन एवं नर्सरी वर्कर पर कौशल विकास प्रशिक्षण प्रारंभ

महासमुन्द 17 फरवरी 2020/कृषि विज्ञान केन्द्र, महासमुन्द द्वारा भारतीय कृषि कौशल विकास योजना के अंतर्गत ग्रामीण युवाओं के लिए ’’मशरूम उत्पादन एवं नर्सरी वर्कर’’ के लिए दो-दो सौ घंटे के प्रशिक्षण का शुभारंभ कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. सतीश कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में विगत दिनों किया गया। प्रशिक्षण में जिले के बागबाहरा, बसना, महासमुन्द विकासखण्ड के 40 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। ये युवा ग्राम बम्हनी, जलकी, अछोली, केंवटापाली, भलेसर सहित अन्य गांव से उपस्थित हुए थे। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ गृह विज्ञान श्रीमती निवेदिता पाठक, विषय वस्तु विशेषज्ञ उद्यानिकी श्री साकेत दुबे, विषय वस्तु विशेषज्ञ मृदा विज्ञान श्री कुणाल चन्द्राकर, विषय वस्तु विशेषज्ञ मृदा एवं जल विज्ञान श्री रवीश केसरी एवं फार्म मेनेजर श्री कमलकांत लोधी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

प्रशिक्षण के शुभारंभ में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. सतीश कुमार वर्मा ने युवाओं को संम्बोधित करते हुए कहा कि  प्रशिक्षण के उपरांन्त युवाओं का कौशल के क्षेत्र में विकास होगा। युवा एक ओर अपने समय का सदुपयोग करते हुए इस क्षेत्र में पारंगत होंगे तथा दुसरी ओर इसे रोजगार के रूप में अपनाकर आर्थिक उपार्जन कर सकते है। 33 दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में स्वयं करके सीखो विधि के द्वारा प्रशिक्षणार्थी विभिन्न प्रक्रिया को देख कर स्वयं करके उसमें कुशलता हासिल करके उस विधि में कौशल हासिल कर पाएंगे। नर्सरी वर्कर के प्रशिक्षण प्रभारी साकेत दुबे ने प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि प्रशिक्षण में बीजों से पौध तैयार करना, कटिंग से नर्सरी, बीचोपचार, कोकोपिट का उपयोग पॉलीबैग में बीजों से पौध तैयार करने सहित अन्य विषयों पर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। मशरूम प्रशिक्षण के विषय में डॉ. निवेदिता पाठक ने कहा कि प्रशिक्षण में मशरूम उत्पादन के लिए माध्यम का उपचार, स्पॉनिग, बैगिंग, उत्पादन कक्ष की देखभाल, मशरूम के प्रसंस्करण में आचार पापड़, मशरूम का सूप के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त मशरूम इकाई की स्थापना, इकाई का प्रबंधन, जैसे विषयों से युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।




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