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सर्दी-खांसी-बुखार की जांच हजारों ने कराई, पर एक न मिला कोरोना वाला

कोरोना वायरस संक्रमण काल के दहशत भरे दिनों में भी जिला चिकित्सालय के ओपीडी से राहत भरी सूचनाएं निरंतर बनीं हुई हैं। पांच हजार मरीजों की सर्दी व खांसी और तकरीबन डेढ़ हजार से अधिक की बुखार की शिकायतों में नहीं मिले कोरोना के लक्षण

महासमुंद 31 मार्च 2020/ बड़ी अच्छी खबर है कि पूरी दुनिया में कोहराम मचा देने वाले कोरोना वायरस की दाल जिले महासमुंद में गलती नजर नहीं आ रही है। बता दें कि यह खबर जिला स्वास्थ्य सेवाओं में आईडीएसपी शाखा की अद्यतन सूचनाओं पर आधारित है, जिसके मुताबिक जिला चिकित्सालय में शहरी क्षेत्रों के आलावा विभिन्न विकासखंडों से आए ग्रामीण अंचलों में कोने-कोने से आए लोगों में अब तक 5080 मरीजों को सर्दी एवं खांसी की शिकायत थी।

इनके साथ बुखार की परेशानी झेल रहे मरीजों का आंकड़ा 1562 रहा, इनमें सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रहे 18 संदिग्ध मरीजों की जांच भी की गई। लेकिन, किसी में भी कोरोना वायरस संक्रमण की तरह लक्षण होने की पुष्टि नहीं हुई। विभाग का जिला स्तरीय आंकलन भी इस बात को स्वीकार करता है कि अलग-अलग स्थानों से संदिग्ध प्रकरणों की जांच के लिए नमूने राजधानी भेजे गए थे। लेकिन, अब तक के आंकड़ों के मुताबिक जिले में अब एक भी प्रकरण नहीं मिला है जिसे कोविड 19 से पीड़ित माना जा सके।



उल्लेखनीय है कि देश व प्रदेश स्तर पर वायरस संक्रमण का फैलाव की जानकारी मिलते ही जिले में एहतियात के तौर पर कई महत्वपूर्ण कदम उठा लिए गए। नियंत्रण की प्रयासों के साथ-साथ आरंभ की गईं तैयारियों में ओपीडी की सेवाओं को भी प्रमुखता से रखा गया। सुरक्षा के दृष्टिकोंण से सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल के नेतृत्व में जिले के अनुभवी चिकित्सों द्वारा चिकित्सालय परिसर के बाहर खुले स्थान में ही शिविर लगा कर जांच व परामर्श प्रदान किया जा रहा है। ताकि, अगर संक्रमित व्यक्ति जांच के लिए पहुंचे तो उसके प्रभाव में आकर अन्य सामान्य मरीजों में संक्रमण की शिकायत होने की संभावना भी उत्पन्न न हो।



लक्षणों को अच्छे से समझना जरूरी

चिकित्सक डॉ अनिमेष राय ने बताया कि ओपीडी में सेवा देते समय उन्हें अब तक कोरोना के संदिग्ध प्रकरण नहीं मिले हैं। लेकिन, ग्रामीण क्षेत्र के कई ऐसे लोग भी जांच कराने आ रहे हैं, जिन्हें वायरस के संक्रमण का भय खीच लाता है। उनके मुताबिक जब तक मरीज को सर्दी, खांसी या बुखार सहित उसके देश या राज्य से बाहर आने व जाने की हिस्ट्री या फिर किसी अन्य संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की सूचना पुख्ता जानकारी न हो तब तक सामान्य परेशानियों के लिए किसी को कोरोना का संदिग्ध नहीं समझा जा सकता।




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