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जिले के श्रमिकों को शत्-प्रतिशत मजदूरी भुगतान समय पर करने में महासमुंद जिला प्रदेश में पहले स्थान पर.

महासमुंद 08 मई 2020/ प्रदेश के वाणिज्य कर, आबकारी, उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा द्वारा कल वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना (नरेगा) के तहत् जिले में चल रहे विभिन्न कार्यों एवं श्रमिकों की जानकारी ली गई। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल द्वारा बताया गया कि महासमुंद जिले के सभी ग्राम पंचायतों में आवश्यकतानुसार कार्य प्रारम्भ किए गए है।

मनरेगा में जिले के एक लाख 52 हजार से अधिक श्रमिकों को मिला रोजगार

जिले में पहली बार एक लाख 50 हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया हैं, जो कि देश में दूसरे स्थान पर हैं।  मनरेगा के अंतर्गत वर्तमान में जिले में एक लाख 52 हजार 263 श्रमिक कार्यरत है। इनमें बागबाहरा विकासखंड मेें 31 हजार 443 श्रमिक कार्यरत् है। इसी प्रकार बसना विकासखंड के अंतर्गत 30 हजार 170 श्रमिक, महासमुंद में 29 हजार 33 श्रमिक, पिथौरा में 29 हजार 834 श्रमिक एवं सरायपाली विकासखंड में 32 हजार 483 श्रमिक कार्यरत् हैं।  

उन्होंने बताया कि जिले के श्रमिकों को शत्-प्रतिशत मजदूरी भुगतान समय पर करने में महासमुंद जिला प्रदेश में पहले स्थान पर हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत में 07 मई को रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें पंाच सूत्र के पालन कर रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। जिले में मनरेगा का कार्य प्रगति पर है एवं रोजगार दिवस के आयोजन पर चार हजार से अधिक कार्य स्वीकृत कर रोजगार प्रदान किए जाने के लिए रखे गए। रोजगार दिवस आयोजन में आगामी सप्ताह के लिए 60 हजार से अधिक मांग-पत्र प्राप्त हुए है। लोगों के आवश्कतानुरूप नए जाॅब कार्ड के लिए आवेदन किए हैं, उन्हें 15 दिवस के भीतर उन्हें जाॅब कार्ड बनाकर प्रदाय किया जाएगा।


जॉब कार्ड के लिए आवेदन करने पर 15 दिवस के भीतर बनाकर दिया जाएगा जॉब कार्ड

नए जाॅब कार्ड के लिए आवेदन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत को प्रदाय करने के 15 दिवस के भीतर जाॅब कार्ड प्रदाय किया जाएगा। ऐसे परिवार जो अलग-अलग रहते हैं, नई शादी हुई है, पृथक-पृथक राशन कार्ड है, उनको ग्राम पंचायत से अनुमोदन उपरांत नया जाॅब कार्ड प्रदाय किया जा सकता हैं। आवेदक द्वारा उक्त ग्राम पंचायत का मूल निवासी होना अनिवार्य है एवं आवेदक का किसी भी जाॅब कार्ड में नाम नहीं होना चाहिए।

जिले में नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के अंतर्गत नरवा के तहत् 50 नालों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए जिले में 543 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें से 191 कार्य प्रगतिरत् है। इनमंे जनपद पंचायत बागबाहरा 53 कार्य प्रारम्भ हो चुका हैं। बसना में 31, महासमुंद में 30, पिथौरा में 49 एवं सरायपाली मंे 28 कार्य प्रगतिरत् हैं।

कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देश पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जिले में स्वीकृत 89 भवन विहीन आॅगनबाड़ी केन्द्र और 102 ठोस एवं तरल अपशिष्ट कचरा संग्रहण केन्द्र प्रारम्भ किए गए हैं। इसे बरसात के पूर्व इन सभी केन्द्रों को पूर्ण करने के लिए जनपद पंचायत के सभी सी.ई.ओ. को कहा है। सहायक परियोजना अधिकारी (मनरेगा) द्वारा बताया गया कि महिला एवं बाल विकास विभाग में संचालित भवन विहीन केन्द्रों के लिए राज्य शासन से प्रदाय 102 आंगनबाड़ी भवन के लिए लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसमें से 89 स्वीकृत की जा चुकी है। शेष की स्वीकृति की कार्रवाई की जा रही है। मनरेगा एवं स्वच्छ भारत मिशन के अभिसरण से 109 ग्राम पंचायतांे में ठोस एवं तरल अपशिष्ट केेन्द्र निर्मित किए जा रहे हैं, जिसमें महिला स्व-सहायता समूह के माध्यम से कचरा संग्रहण का कार्य कराया जाएगा।








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