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कितनी संवेदनशील गाय की मौत : गौशाला में 80 गायों की मौत, प्रशासन ने लिए चारा और पानी के सैंपल

कई बड़े दावों की तरह गाय माता भी अब माता नाम से किताबो में सिमटी हुई है, मामला सिर्फ राजस्थान के गौशाला में हुई 80 गायों की मौत का ही नहीं बल्कि बार बार ऐसे होने वाले कई सैकड़ो गायो की मौत का है, कोरोना से करोडो लोगो की मृत्यु और वातावरण में अचानक बदलाव आना भले सुर्खियों में रहता है पर जानवरो की मृत्यु से भला किसी को क्या करना,

खैर मनुष्य के इस आचरण को सभी जानते है हमारे पर्यावरण में जानवरो का होना कितना महत्व और लाभकारी है यह बाते अब शिक्षा के द्वारा बताने की जरुरत पड़ने लगाई है,

गौशाला के अंदर कुल 460 गाय हैं जिनमें से 250 के लगभग गाय गौशाला के एक हिस्से में थीं जिनकी देर रात अचानक तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई. देखते ही देखते 350 गाय बीमार पड़ गईं और एकाएक गायों की मौत होना शुरू हो गई.

राजस्थान के चुरू जिले के सरदार शहर से हृदय विदारक घटना सामने आई जब तहसील के गांव बिल्युबास रामपुरा में श्रीराम गौशाला के अंदर 80 से ज्यादा गायों की मौत हो गई और गायों की मौतों का सिलसिला अब भी जारी है. गायों की मौत की वजह प्रथम दृष्टया जहरीला चारा बताया जा रहा है.

देर रात गायों की बिगड़ती तबियत को देखते हुए इसकी सूचना पशुपालन विभाग को दी गई जिस पर पशुपालन विभाग के डॉक्टर मौके पर पहुंचे और इलाज चालू किया, लेकिन देखते-देखते अब तक 80 से ज्यादा गायों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. सूचना मिलने पर सरदारशहर उपखंड अधिकारी रीना छिंपा, नायब तहसीलदार कुटेन्द्र कंवर, डीएसपी गिरधारी लाल शर्मा और भानीपुरा पुलिस मौके पर पहुंची.

तहसील के सभी डॉक्टरों को गौशाला में इलाज के लिए बुलवा लिया गया. चुरू से भी पशुपालन विभाग की चिकित्सा टीम भारी भरकम दवा के साथ गौशाला में पहुंच चुकी है. ग्रामीण भी डॉक्टरों का बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहे हैं, लेकिन आंखों के सामने दम तोड़ रहीं गाय हर किसी के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं.



मौके पर पहुंची उपखंड अधिकारी रीना छिंपा का कहना है कि मौत की वजह का अभी तक कोई पता नहीं चला है. गायों के लिए गौशाला में उपलब्ध चारा और पानी के सैंपल लिए गए हैं. इसके बाद ही पता चल पाएगा कि गायों की मौत की वजह चारा-पानी रही या अन्य कोई वजह.

वहीं सरदारशहर तहसील के समाजसेवी और गौ भक्त भी सूचना पर मौके पर पहुंच चुके हैं और चिकित्सीय टीम का सहयोग कर रहे हैं. मामले में डीएसपी ने गौशाला के अध्यक्ष से पूरी रिपोर्ट मांगी है.

कभी फसल बर्बादी के कारन गायो को जिन्दा दफनाना, सड़को पर मृत गाय को देख कर भी बाजू से निकल जाना, या किसी नेता का गाय के लिए प्यार जताना, कुछ छप जाते है कुछ छिप जाते है




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