प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा - नल से पेयजल उपलब्ध होने से गरीब परिवारों के स्वास्थ्य में सुधार होगा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और सोनभद्र में अनेक ग्रामीण जल परियोजनाओं की वर्चुअल माध्यम से आधारशिला रखी। विन्ध्याचल क्षेत्र में 23 पेयजल परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तरप्रदेश में इन योजनाओं से हर घर नल जल परियोजना में और प्रगति होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मिर्जापुर और सोनभद्र जिले में पेयजल परियोजनाएं न केवल लोगों को साफ-सुथरा जल उपलब्ध कराएगी, बल्कि अनेक बीमारियों के उन्मूलन में भी सहायक होगी।
मोदी ने कहा कि आजादी के बाद कई दशकों तक जिन क्षेत्रों की अनदेखी की गई, उनमें ये क्षेत्र सबसे अधिक वंचित रहा। मोदी ने कहा कि पानी के अभाव के कारण अनेक लोगों को यहां से कहीं और जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि जब तीन हजार पांच सौ गांवों को स्वच्छ जल की आपूर्ति होगी, तो 40 लाख से अधिक लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा। मोदी ने कहा कि जनभागीदारी से किसी भी योजना को सफल बनाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाएं पानी के महत्व को बहुत अच्छी तरह समझती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत बुंदेलखंड के लाखों परिवारों को उनके घर पर ही पेयजल उपलब्ध हो जाएगा। श्री मोदी ने कहा कि सरकार विंध्य क्षेत्र के चौमुखी विकास के प्रयास कर रही है।
इन सभी गांवों में ग्रामीण और जल स्वच्छ समितियां या पानी समिति का गठन कर दिया गया है जो इन सुविधाओं की जिम्मेदारी लेंगी और उनका रखरखाव करेंगी। इन परियोजनाओं पर 5 हजार पांच सौ 55 करोड़ 38 लाख रूपये खर्च होंगे। इन्हें 24 महीनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद उत्तर प्रदेश ने विकास की मिसाल कायम कर दी है। इससे उत्तर प्रदेश सरकार और यहां के लोगों की छवि भी बदल गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड महामारी से निपटने में राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि महामारी के दौरान अपने घरों को लौटे प्रवासियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराना कोई मामूली कामयाबी नहीं है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि योगी के अपार प्रयासों से मस्तिष्क ज्वर और अन्य बीमारियों में काफी कमी आई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार, देश और उत्तर प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में आवास, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उज्ज्वला योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों को नि:शुल्क गैस कनेक्शन दिए जिससे महिलाओं के स्वास्थ्य में बेहतरी आई।
प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि विंध्याचल क्षेत्र सौर ऊर्जा के मैदान में अग्रणी क्षेत्र बनेगा और लोग न केवल अपने घरों को रोशन करेंगे बल्कि इससे उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना के लागू करने से भूमि से संबंधित विवादों में कमी आएगी और लोगों को दस्तावेजों के आधार पर ऋण भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर कार्य कर रही है। उनका कहना था कि सरकार लोगो तक पहुंच रही है और लोग सरकारी निर्णय में भागीदार बन रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने लोगों को फिर आगाह किया कि वे कोविड संक्रमण से सचेत रहे क्योंकि कोरोना का खतरा खत्म नहीं हुआ है, इसलिए हमें और सावधानी बरतने की जरूरत है। मामूली चूक से बड़ा नुकसान हो सकता है।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि पेयजल परियोजनाओं से न केवल लोगों को स्वच्छ जल मिलेगा बल्कि वे दूषित जल से होने वाली बहुत सी बीमारियों से बच सकेंगे।
इससे पहले, मोदी ने जिलों की पानी समितियों के सदस्यों से बातचीत की। मिर्जापुर में दो हजार 343 करोड रूपये की लागत से नौ जलशोधन परियोजनाएं तथा सोनभद्र जिले में तीन हजार 212 करोड रूपये की लागत वाली 14 परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इन पेयजल परियोजनाओं से मिर्जापुर जिले के 21 लाख 87 हजार लोग और सोनभद्र जिले के 19 लाख 53 हजार लोगों को लाभ पहुंचेगा।