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टीवी चैनल के डिस्ट्रीब्यूटरशिप के नाम पर की थी लाखों की धोखाधड़ी अब सलाखों के पीछे

रायपुर में दो दिनों से टीवी चैनल डिस्ट्रीब्यूटर्स के नाम पर हुए धोकाधड़ी काफी चर्चा में था हालाँकि इसका आरोपी अब पकड़ा गया है, आरोपी पेंटल टेक्नोलाजी इंडिपेन्टेड टी.वी. का डायरेक्टर है जिसका नाम विवेक प्रकाश है ,, पेंटल टेक्नोलाजी इंडिपेन्टेड टी.वी. कंपनी के डायरेक्टर आरोपी विवेक प्रकाश एवं अन्य आरोपियों द्वारा प्रार्थिया को प्रलोभन देकर धोखाधड़ी कर की गई करोड़ो रूपये की ठगी। आरोपी विवेक प्रकाश है मूलतः नोएडा (उ.प्र.) का निवासी  है व इसने पीड़ित प्रार्थी को डिस्ट्रीब्युटर बनाने का लालच दिया था, आरोपी को ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है घटना में संलिप्त अन्य आरोपियों की लगातार पतासाजी की जाकर उनकी गिरफ्तारी की गयी है

आरोपियों के विरूद्ध थाना गुढ़ियारी में अपराध क्रमांक 24/20 धारा 420, 34 भादवि. के तहत्  अपराध पंजीबद्ध किया गया है जानकारी के मुताबिक प्रार्थिया प्रीति सिंगल मुंदडा ने थाना गुढ़ियारी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके द्वारा छ0ग0 में जोनल डिस्ट्रीब्यूटरशीप प्राप्त किये जाने हेतु पेंटल टेक्नोलाजी इंडिपेन्टेड टी.वी. कंपनी के हेड अतुल मिश्रा, विवेक प्रकाश व अजय राठौर सहित 1-2 डायरेक्टरांे से संपर्क करने पर उनके द्वारा प्रार्थिया को प्रलोभन देने पर प्रार्थिया द्वारा मार्च 2019 तक 15 करोड 44 लाख रूपयों की राशि कंपनी के एकाउंट नंबर पेंटल टेक्नोलाजी नोबल बैंक 1001014002415 इंडिपेन्टेड टी.वी. एच.डी.एफ.सी बैंक एकाउंट नंबर 50200032045531 पेंटल टेक्नोलांजी पंजाब नेशनल बैंक एकाउंट नंबर 2726005500000801 में अलग – अलग दिनांक व किश्तों में इस प्रलोभन में जमा की गई कि 500 चैनलांे का प्रकाशन सहित संपूर्ण छ0ग0 से रिटेलर के रूप मंे कमीशन की राशि प्राप्त होगी जो प्रति माह लाखों में होगी। उनके द्वारा लिये गये इस प्रलोभन पर प्रार्थिया 16 करोड रूपयें की राशि जमा कर दी।

जिसे कंपनी द्वारा पूर्णतः हडप कर लिया गया और संपूर्ण चैनलों का प्रसारण राशि प्रदाय कर लिये जाने के उपरांत भी बंद कर दिया गया है। जिससे प्रार्थिया सहित भारत में हजारो बेरोजगारांे से इसी तरह राशि प्राप्त कर संपूर्ण राशि गबन कर प्रसारण बंद कर दिया गया।जिस पर पेंटल कंपनी के डायरेक्टर विवेक प्रकाश एवं अन्य के विरूद्ध थाना गुढ़ियारी में अपराध क्रमांक 24/20 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।




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