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विवाहिता महिला को मिली नई जिंदगी.... फांसी लगाकर जान देना चाहती थी महिला, बहादुर युवक ने बचाई जान

एक युवक ने मानवता की मिशाल पेश करते हुए एक अनजान महिला की जान बचाई है। दरअसल युवक किसकी काम से बालको जा रहा था। वह दोन्द्रों के समीप पहुचा ही था कि सड़क किनारे पेड़ पर एक महिला फांसी लगाकर जान देने का प्रयास कर रही थी। युवक ने समय रहते उसे फंदे से उतारा। उसकी सूझबूझ से महिला की जान बच गई, हालांकि महिला मौत को गले क्यो लगाना चाहती थी, ये स्पष्ट नही हो सका है। कोरोनाकाल मे पूरा कोरबा लॉक है। हर तरफ पुलिस का पहरा है। वही बालको थाना इलाके में आत्महत्या का प्रयास करने का मामला सामने आया है। बेला में रहने वाले दिलीप भगत दोपहर के वक्त किसी काम से बालको जा रहे थे। दोन्द्रों के समीप पहुचे ही थे कि उनकी नजर सड़क किनारे बिलखते कुछ बच्चो पर पड़ी। रुककर देखा तो पास के पेड़ में उनकी माँ फांसी पर लटकने का प्रयास कर रही थी। दिलीप उसे बचाने कूद पड़ा। समय रहते महिला को बचा लिया गया। मौके पर लोगो की भीड़ लग गई।

वहां मौजूद लोगो ने दिलीप भगत की बहादुरी के लिए उसकी प्रसंसा की। बताया जा रहा है की महिला बालको की रहने वाली है। घटना की जानकारी मिलने पर उसके परिजन मौके पर पहुचे और आत्मघाती कदम उठाने वाली महिला को घर ले गए।

पुलिस में नही की गई है शिकायत

महिला ने ये कदम क्यो उठाया इसका पता नही चल सका है। बेला निवासी दिलीप भगत के सही समय पर मौके पर पहुचने से कोई अनहोनी नही हुई। महिला की जिंदगी बच गई। वही उसके परिजन महिला को घर ले गए। इस मामले में किसी तरह की सूचना पुलिस को नही दी गई है,

पुलिस ने भी दिलीप की प्रसंसा की

बालको थाना प्रभारी राकेश मिश्रा ने भी महिला की जान बचाने वाले बहादुर युवक दिलीप भगत की प्रसंसा की है। उन्होंने कहा कि दिलीप ने अनजान महिला की जान बचाकर मानवता का परिचय दिया है। आने वाले दिनों में दिलीप को सम्मानित किया जाएगा,




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