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ई-श्रम पोर्टल पर करायें पंजीयन... श्रमिकों को मिलेगा 2 लाख का मुफ्त बीमा

समस्त असंगठित एवं निर्माण श्रमिको का निशुल्क पंजीयन ग्राहक सेवा केन्द्र (सीएससी) के माध्यम से ई-श्रम पोर्टल में किया जा रहा है। ई-श्रम कार्ड को बनाने का कार्य 26 अगस्त 2021 से सरकार द्वारा आरंभ कर दिया गया है। ई-श्रम पोर्टल में पंजीयन होने के बाद कार्ड प्राप्त होने के बाद पंजीकृत श्रमिकों को 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा सहित अन्य समाजिक सुरक्षा योजना की पात्रता होगी। पंजीयन कराने के लिए आपको केवल आधार नंबर, उससे लिंक मोबाईल और बैंक खाता का विवरण चाहिए। यदि आपकी उम्र 16 से 59 वर्ष के बीच है और इन्कम टैक्स फ़ाइल नहीं करते हैं और न ही ईपीएफ, ईएसआईसी, एनपीएस के सदस्य हैं तो आप भारत सरकार की इस योजना में अपना पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन किसी भी चॉइस केंद्र, लोक सेवा केंद्र या सीएससी से करा सकते हैं या इस साइट से अपना और अपने परिचितों का पंजीयन आप खुद ही कर सकते हैं।
https://register.eshram.gov.in/#/user/self
ियोजना के बारे में और अधिक जानकारी, खुद पंजीयन करने के तरीके के लिए यह वीडियो भी देख सकते हैं  https://youtu.be/RR6uTVmZjy8

सभी पंजीकृत श्रमिकों को 12 अंकों का रिकॉर्ड प्रदान किया जाएगा जो कि पूरे देश में मान्य होगा। इस कार्ड के माध्यम से श्रमिकों को कई तरह की योजनाओं का लाभ भी पहुंचाया जाएगा। ई-श्रम कार्ड के माध्यम से श्रमिकों को उनके काम के आधार पर बांटा जाएगा, जिससे कि उनको रोजगार प्रदान करने में सहायता प्राप्त होगी। डेटाबेस के माध्यम से सरकार को श्रमिकों के लिए विभिन्न प्रकार की योजना लांच करने एवं उनका संचालन करने में भी सहायता प्राप्त होगी। इसी प्रकार भविष्य में इस कार्ड को पूरे देश में लागू होने वाली एक ही राशन कार्ड के सिस्टम (वन नेशन वन राशन कार्ड) से भी जोड़ा जायेगा। इस कार्ड के फायदे और भी बहुत सारे हो सकते हैं लेकिन इनमें से एक महत्वपूर्ण फायदा हम उदाहरण से समझते हैं। आप सभी ने देखा कि कोरोनावायरस महामारी के कारण देश में लॉकडाउन में लोग बेरोजगार हुए, ऐसी जगहों में फंस गए जहाँ उन्हें भुखमरी का शिकार होना पड़ा। केंद्र सरकार के द्वारा आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए कोरोना आर्थिक सहायता योजना की शुरुआत की गई, जिसके अंतर्गत बेरोजगार और प्रवासी मजदूरों से पंजीकरण करने को कहा गया। बहुत सारे मजदूरों ने पंजीकरण किया और उन्हें कोरोनावायरस सहायता की राशि भी मिली। लेकिन बहुत सारे ऐसे भी मजदूर थे जिनके पास यह जानकारी किसी कारण से नहीं पहुंच पाई या अपना कोरोना वायरस सहायता में पंजीकरण किसी कारण से नहीं करवा पाये, तो उन्हें कोरोना वायरस सहायता का लाभ नहीं मिल पाया। ऐसी ही परिस्थिति यदि कभी आती है तो केंद्र सरकार के पास आपका पंजीकृत डाटा जो आपने ई-श्रम योजना पंजीकरण कराकर को दिया है, उसका प्रयोग कर केंद्र सरकार या राज्य सरकार आपको सीधे राशि भेज पाएगी और जरूरत के समय आपको किसी प्रकार के पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं होगी। वास्तव में आपके आसपास दिखने वाले प्रत्येक कामगार का यह कार्ड बन सकता है। विभिन्न प्रकार के मजदूरों, कामगारों का उदाहरण, जिनका ई-श्रम कार्ड बन सकता है उनमें घर का नौकर, नौकरानी (काम वाली बाई), खाना बनाने वाली बाई (कुक), सफाई कर्मचारी, गार्ड, रेजा, कुली, रिक्शा चालक, ठेला में किसी भी प्रकार का सामान बेचने वाला (वेंडर), होटल के नौकर, वेटर, रिसेप्शनिस्ट, पूछताछ वाले क्लर्क, ऑपरेटर, हर दुकान का नौकर, सेल्समैन, हेल्पर, ऑटो चालक, ड्राइवर, पंचर बनाने वाला, ब्यूटी पार्लर की वर्कर, नाई, मोची, दर्ज़ी, बढ़ई, प्लम्बर, बिजली वाला (इलेक्ट्रीशियन), पोताई वाला (पेंटर), टाइल्स वाला, वेल्डिंग वाला, खेती वाले मज़दूर, नरेगा मज़दूर, ईंट भट्ठा के मज़दूर, पत्थर तोड़ने वाले, खदान मज़दूर, फाल्स सीलिंग वाला, मूर्ती बनाने वाले, मछुवारा, चरवाहा, डेयरी वाले, सभी पशुपालक, पेपर का हॉकर, जोमैटो, स्विगी के डिलीवरी बॉय, अमेज़न, फ्लिपकार्ट के डिलीवरी बॉय (कोरियर वाले), नर्स, वार्डबॉय, आया, मंदिर के पुजारी, विभिन्न सरकारी ऑफिस के दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर रेट वाले कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका, मितानिन आदि।




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