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शराब पीकर सो रहे थे चौकीदार, सुपरवाइजर और दो सेल्समैन ने मिलकर बनाया 7 लाख की चोरी का प्लान.

कल 18 अगस्त 2019 की सुबह 7 बजे बागबाहरा पुलिस को सुचना मिली की मूनगासेर शराब दुकान में 17 और 18 अगस्त की मध्यरात्रि लगभग 7 लाख रुपये की चोरी हो गई है. मूनगासेर शराब दुकान के सुपरवाइजर प्रतिमा लहरे ने पुलिस को बताया कि लक्ष्मीपुर विदेशी मदिरा दुकान का ताला तोड़कर दुकान के अंदर रखे अलमारी का दरवाजा को तोड़ा गया और उसमें रखी हुई मदिरा की विक्रय राशि 7 लाख 31 हजार 50 रुपये को को किसी अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर लिया गया है.  

इस सूचना पर मामले की तहकीकात हेतु बागबाहरा पुलिस द्वारा घटनास्थल पहुंचकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया. और स्थल पर उपलब्ध परिस्थिति जनक साक्ष्य एवं अन्य सबूतों को देखकर इस बात की सुचना पुलिस अधीक्षक को दी गई. पुलिस को अंदेशा था कि उक्त घटना को अंजाम किसी जानकार व्यक्ति के द्वारा किया गया है.

जिसके बाद पुलिस ने घटना के दिन को मौजूद समस्त स्टाफ एवं चौकीदार को बुलाकर बारीकी से पूछताछ किया गया. जिस पर दुर्गेश साहू और विजय चक्रधारी ने पुलिस को बताया कि कंपनी के द्वारा विगत 1 वर्षों से वहां कार्यरत कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा था. जबकि कंपनी द्वारा सुपरवाइजर को 15 हजार 5 सौ रुपये एवं सेल्समैन विजय चक्रधारी व दुर्गेश साहू को 9 हज़ार रुपये महीने पर काम करने के लिए रखा गया था.

दुकान में प्रतिमा लहरे सुपरवाइजर के रूप में दुर्गेश साहू, विजय चक्रधारी, बुधराम साहू और हेमंत साहू सेल्समैन के पद पर कार्यरत थे. जबकि चौकीदार के रूप में सुरेंद्र पटेल, रुपेश पटेल व तेज कुमार टंडन थे. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें करीब 7 महीना से वेतन नहीं मिला था जिसकी वजह से वह परेशान थे. कंपनी वालों के ध्यान नहीं रखने के कारण सुपरवाइजर और सेल्समैन ने प्लान बनाया और 17 और 18 अगस्त के कलेक्शन को आपस में बाँटने की ठान ली.

उनके बनाये गए प्लान के अनुसार रात 9 बजे दुकान बंद होने के समय लाइट भी गोल था. और चौकीदार लोग भी शराब पीकर कमरे के अंदर में सो गए थे. इसी का फायदा उठाकर अलमारी में रखे रकम को चुरा लिया गया और लगभग 23 हजार रुपये की रक़म को वहीं गल्ले में छोड़ दिया ताकि लोगों को लगे कि चोर ने हड़बड़ी में पैसा चुराया है.

इसके बाद उक्त रकम को लेकर सुपरवाइजर प्रतिमा लहरे अपने घर चला गया. और सेल्समैन के द्वारा दुकान का शटर गिराकर ताला को खुला छोड़ दिया गया. इसके बाद बनाये गए प्लान के अनुसार दुर्गेश साहू और विजय चक्रधारी रात को 12 से 1 बजे के बीच शराब दुकान के शटर उठाकर के जोर-जोर से खटखटाने लगे. तभी चौकीदार जाग गया और अँधेरे का फायदा उठाकर दोनों सेल्समैन अपनी मोटरसाइकिल में भागने में कामयाब हो गए.

वहाँ से भागने के बाद ये दोनों सुपरवाइजर प्रतिमा के घर गए जहाँ उसके घर में 6 लाख 79 हजार 250 रूपये में से 4 लाख को प्रतिमा लहरे अपने पास रखा और दुर्गेश साहू को 2 लाख दिया और विजय चक्रधारी को बाकी बचा 79 हजार 250 को दिया. उसके बाद दोनों अपने घर चले गए और पैसे को सुरक्षित स्थान पर रख दिए.

बागबाहरा पुलिस ने एक दिन में ही इस मामले का खुलाशा कर दिया और चोरी की गई कुल रकम 6 लाख 79 हज़ार 250 को और गल्ला में छोडा गया 23 हज़ार 900 रूपये को कुल मिलाकर 7 लाख 3 हज़ार 150 को बरामद किया. मामले से शामिल तीनो आरोपी को गिरफ्तार कर धारा 457 ,380,120 बी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है.

उक्त कार्यवाही पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वेदव्रत सिरमौर एवं अनुभवी अधिकारी पुलिस थाना प्रभारी उप निरीक्षक संजय सिंह राजपूत, ललित साहू मुकेश कुमार हरीश साहू का विशेष योगदान रहा.




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