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सुराजी गांव योजना ‘‘नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी’’ कार्यक्रम पर जिला स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजन

महासमुन्द 14 अक्टूबर 2019/ राज्य शासन की महत्वपूर्ण सुराजी गांव योजना ‘‘नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी’’ कार्यक्रम के तहत जिला एवं विकासखण्ड स्तर के अमलों के बेहतर समझ एवं जानकारी हेतु जिला स्तर पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन आज 14 अक्टूबर .2019 को जिला पंचायत महासमुन्द के सभाकक्ष में आयोजित किया गया।  

प्रशिक्षण सह कार्यशाला में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन, राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर मंजीत कौर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यशाला में मास्ट्रर ट्रेनर द्वारा राज्य शासन से जारी गौठान संचालन, प्रबंधन एवं प्रशिक्षण नियमावली के संबंध में विस्तार से बताया गया।

प्रशिक्षण में ग्राम गौठान समिति के गठन एवं प्रबंधन, समिति के कार्य, समिति की बैठक, चरवाहा एवं चरवाही, चारागाह, सूखे चारे की व्यवस्था, पशु स्वास्थ्य, लावारिस पशुओं के लिए व्यवस्था, आय के स्त्रोत तैयार करना, गौठान में संधारित की जाने वाली प्रमुख पंजियां, ग्राम गौठान समिति का लेखा प्रबंधन, ग्राम सभा की भूमिका, ग्राम पंचायत की भूमिका, शासकीय विभागों की भूमिका आदि के संबंध विस्तार से जानकारी दी गई।    

जिला पंचायत में आयोजित इस कार्यशाला में ग्राम गौठान समिति के गठन एवं प्रबंधन के बारे में बताया गया कि समिति का अध्यक्ष उसी ग्राम का नागरिक होगा। जिसका चयन, ग्राम सभा के द्वारा प्रस्तावित एवं प्रभारी मंत्री के द्वारा अनुमोदित होगा। समिति की बैठक माह में दो बार होना अनिवार्य है। समिति द्वारा गौठान की वार्षिक कार्ययोजना तैयार की जावेगी। समिति का कार्यकाल एक वर्ष का होगा। अध्यक्ष का चुनाव एक वर्ष के लिए होगा। गौठान में चारे पानी एवं लावारिस पशुओं के लिए व्यवस्था होगी। गौठान में पंजी संधारित की जावेगी तथा गौठान समिति में शासकीय विभागों की क्या भूमिका होगी इसके बारे में बताया गया।

कार्यशाला में उप संचालक कृषि, उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग, कार्यपालन अभियंता, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग, उद्यानिकी, परियोजना अधिकारी, जिला पंचायत, सहायक परियोजना अधिकारी (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन), सहायक परियोजना अधिकारी, मनरेगा, समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, विकास विस्तार अधिकारी, सहायक विस्तार विकास अधिकारी, कृषि विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ, उप अभियंता, तकनीकी सहायक (मनरेगा) एवं संबंधित विभाग के जिला, विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।




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