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धान खरीदी के मामले को लेकर गरमाया माहौल, आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी.

धान खरीदी के मामले को लेकर राजधानी रायपुर से लेकर ब्लाक स्तर में माहौल गरमाया हुआ है । जहां भाजपा व कांग्रेस के नेता धान खरीदी के मामले में ब्लाक स्तर में विरोध प्रदर्शन की रणनीति बना रहे है वही विपक्षी पार्टियों पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है ।  

इस सम्बंध में बसना विधायक राजा देवेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि धान खरीदी के मामले में केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के साथ पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रही है । राज्य सरकार जो किसानों के हित में धान खरीदना चाहती है परंतु केंद्र सरकार 2500 ₹ का वादा पूरा ना हो और जो छत्तीसगढ़ सरकार का किसानों के हित मे संकल्प पूरा ना हो इस लिये केंद्र सरकार सीधे सीधे छत्तीसगढ़ सरकार को दबाने का प्रयास कर रही है । जिससे कांग्रेस सरकार की किरकिरी हो । लेकिन राज्य सरकार हमेशा किसानों के साथ खड़ी है ।

खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पाट्री को किसानों के हित में बात करने का कोई हक नही है क्योंकि जब केंद्र व राज्य में भाजपा की सरकार थी तो कौन सा भाजपा द्वारा किसानों को 2 वर्ष का बोनस दिया गया उस समय भी किसानों के साथ भाजपा ने छलावा किया । साथ ही केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के किसानों का धान खरीदे या ना खरीदे छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार किसानों का धान 2500 ₹ के हिसाब से लेगी ही ।

जिला पंचायत सदस्य उषा पटेल ने कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ का हीरा और बॉक्साइट ले सकता है परंतु मेहनतकश किसानों के चावल लेने में मनाही क्यो है ? लेकिन राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित मे आंदोलन किया जा रहा है वही किसानों के द्वारा तैयार मांग पत्र को भी प्रधानमंत्री को सौपा जाएगा । साथ ही भूपेश सरकार हमेशा किसानों के हित मे कार्य करेगी चाहे केंद्र सरकार किसानों के दर्द को समझे या ना समझे ।

सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि राज्य सरकार किसान विरोधी सरकार है राज्य सरकार घोषणा पत्र में 2500 ₹ में धान खरीदी की बात कही थी पर अब समय आने पर राज्य सरकार मुँह छिपाने का काम कर रही है । राज्य सरकार धरना प्रदर्शन व विरोध कर किसानों का ध्यान भटकाने का कार्य कर रही है । साथ ही कांग्रेस सरकार को धान खरीदी को लेकर अपनी नीति स्पस्ट करनी चाहिए । क्योंकि कांग्रेस की कथनी व करनी में हमेशा अंतर रहता है

भाजपा प्रदेश मंत्री शंकर अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने जो 2500 ₹ में धान खरीदी का वादा किया है उसे तत्काल पूरा करे । इस मामले में किसी भी प्रकार की बहाने बाजी भूपेश सरकार ना करे । साथ ही कहा कि राज्य सरकार ये घोषणा कोई केंद्र की मोदी सरकार से पूछ कर नही की है ये सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिये राज्य सरकार यह झूठी घोषणा की है । जिस पर जल्द ही भाजपा द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा ।

पूर्व संसदीय सचिव व बसना विधायक रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार चुनाव जीतने के किये भोले भाले किसानों को झूठे सपने दिखाए थे । भूपेश सरकार अब धान खरीदी के मामले में अपनी नाकामी छिपाने बहाने तलाश रही है । राज्य सरकार को दलगत राजनीति से उठकर किसानों का एक एक दाना धान 2500 ₹ में खरीद कर अपने दायित्व का पालन करना चाहिए ।

युवा नेता प्रियांशु दीक्षित ने कहा कि राज्य सरकार को अपने वादे के अनुसार 2500 ₹ में धान खरीदना 15 नवम्बर से चालू करने व दो साल का बोनस भी देने की मांग की । साथ ही चने का समर्थन मूल्य 4900 ₹ व गन्ने का 355 ₹ करने की बात भी राज्य सरकार अपने घोषणा पत्र में की थी उसे जल्द पुरा करने की मांग की ।





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