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‘‘पैरा एकत्र करना हुआ आसान, बेलर मशीन की है योगदान‘‘

महासमुंद, 02 दिसम्बर 2019/धान की कटाई एवं मिंजाई इस दिनां पूरे छत्तीसगढ़ में जोरो पर है, लेकिन एक बड़ी समस्या अब तक किसानां को होती रही है, वह है पैरा एकत्र करने की, बेलर मशीन नें बहुत ही आसान बना दिया है, इसको सुविधा प्रदान करने का श्रेय कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग को जाता है। हार्वेस्टर से फसल कटाई के बाद पैरा एकत्रित करने में अधिक मजदूरी लगने के कारण खेतों में ही पैरा जला देते है, जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है, पैरा जलाने पर सरकार ने पूरी तरह रोक लगा रखी है, इसके विकल्प के रूप में बेलर से पैरा इकट्ठा करने का दोहरा लाभ है एक तो प्रदूषण से मुक्ति और इसकी सरकार की महत्वपूर्ण योजना गांव-गांव में गौठान के लिए आसानी से पैरा भी उपलब्ध हो जा रही है। बेलर मशीन पैरा को इकट्ठा कर बंडल बना देता है जिसे आसानी से ब्रिकी कर पैसा भी कमाया जा सकता है। पहले मजदूरों से पैरा उठवाने की स्थिति में समय व पैसा दोनों की खपत होती थी, परन्तु आज कृषि यांत्रिकीकरण से राउंड बेलर मशीन द्वारा पैरा इकट्ठा करना आसान हो गया है। इसी परिपेक्ष्य में आदर्श गौठान ग्राम बम्हनी में राउंड बेलर मशीन द्वारा पैरा इकत्र करने का प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्री एस.आर. डोंगरे उप संचालक कृषि महासमुंद, श्री आर.जी. मेहरा अनुविभागीय कृषि अधिकारी महासमुंद, श्री यू.एस. तोमर, सहायक संचालक कृषि महासमुंद, श्री बी.एल. भगत सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी महासमुंद, श्री हितेन्द्र परघनिया सहायक कृषि यांत्रिकी अभियंता महासमुंद, श्री बी.आर. घोड़ेसवार वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी महासमुंद एवं ग्राम के कृषकगण उपस्थित थे।




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