लोकवाणी को जिले में उत्साह पूर्वक सुना गया, ‘‘आदिवासी विकास हमारी आस‘’ विषय पर आधारित थी यह कड़ी
महासमुंद, 08 दिसम्बर 2019/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक
रेडियोवार्ता की पांचवीं कड़ी ’लोकवाणी ’ को आज जिले में उत्साहपूर्वक सुना गया।
जिले के ग्रामीण क्षेत्रां सहित आश्रम
छात्रावास एवं अन्य स्थानों पर भी लोगों ने लोकवाणी को उत्साहपूर्वक श्रवण किया। लोकवाणी का यह पांचवा प्रसारण
मुख्य रूप से आदिवासी विकास पर केंद्रित था।
इस वार्ता में मुख्यमंत्री श्री भूपेश
बघेल ने प्रदेश के दूरस्थ एवं पिछडे़ आदिवासी अंचलों के विकास के लिए राज्य शासन द्वारा विगत एक वर्षों में
किए गए कार्यो का विशेष रूप से उल्लेख
किया। आज के इस प्रसारण में उन्होंने वर्ष भर में आदिवासियों के विकास के लिए सरकार के प्रयासों की
वार्तालाप शैली में जानकारी दी।
आज की इस वार्ता में मुख्यमंत्री ने विशेष
रूप से आदिवासी अंचलों में आदिवासियों
के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य कार्यों के बारे
में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि
तेंदूपत्ता खरीदी ढाई हजार रूपए से बढ़ा कर चार हजार रूपए मानक बोरा किया है इसका लाभ उन्हें दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार दो
सौ छब्बीस करोड़ रूपए से अधिक की राशि
का भुगतान तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए किया गया है जिसका सीधा लाभ आदिवासियों को मिला है। उन्होंने कहा
कि प्रदेश के पिछड़े आदिवासी अंचल में विशेष
कर अबूझमाड़ क्षेत्रों में आवागमन को बढ़वा देने के लिए सड़को का निर्माण कराया जा रहा है। बस्तर की
जीवनदायनी नदी इन्द्रवती को बचाने के लिए
प्राधिकरण का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि नरवा के तहत विशेष रूप से हर प्राकृतिक रूप से जलाशय का
संरक्षण करने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें नाले ,
नदी, तालाब या अन्य प्राकृतिक जल के स्त्रोत शामिल है। लोक वाणी में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब
बच्चे के जन्म लेते ही जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह का
स्मरण किया, साथ ही आगामी 18 दिसम्बर
को बाबा गुरू घासीदास की जयंती एवं 25 दिसम्बर
प्रभु यीशु के जन्मदिन पर उनसे प्रदेश के विकास एवं उन्नति के लिए आशीर्वाद की कामना की। आज जिले के
आश्रम एवं छात्रवासों के बच्चों ने लोकवाणी
को उत्साह के साथ सुना। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों ने लोकवाणी का श्रवण किया।