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जेएनयू हिंसाः नकाबपोश युवती की पहचान

दिल्ली पुलिस ने पांच जनवरी को जेएनयू हिंसा में शामिल नकाबपोश युवती की पहचान की, अपराध शाखा आज नाम कर सकती है जारी, दिल्ली उच्च न्यायालय ने हिंसा के डाटा संरक्षण संबंधी याचिका पर व्हाट्सएप, गूगल और फेसबुक को नोटिस किया जारी, विश्वविद्यालय में हालात सामान्य होने के बाद से कक्षाएं शुरू।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पांच जनवरी को हुई हिंसा और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद 60 दिन बाद आज से कक्षाएं शुरू हो रही है।  वहीं, 29 अक्तूबर से विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच गतिरोध सुलझ नहीं पाया है। ऐसे में छात्रों ने एक बार फिर कक्षाओं के बहिष्कार की घोषणा कर दी है।

जेएनयू में जारी आंदोलन की वजह से 12 नवंबर से अकादमिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं। छात्र मानसून सेमेस्टर की परीक्षाओं का भी बहिष्कार कर चुके हैं, लेकिन इस बीच ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने शीतकालीन सेमेस्टर के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की थी, जिसकी कक्षाएं आज से शुरू हो रही हैं।

वहीं जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकाब पहने चेक शर्ट में हिंसा करने पहुंची छात्रा की पहचान कर ली है। घटना की जांच में शामिल एसआईटी के अधिकारियों ने संदिग्ध छात्र पंकज मिश्रा के साथ पूछताछ शुरू कर रही है।

दिल्ली हाई कोर्ट ने जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में 5 जनवरी को हुई हिंसा के डाटा के संरक्षण संबंधी याचिका पर व्हाटसएप, गूगल और फेसबुक को नोटिस जारी किया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने संबंधित अधिकारियों को पहले ही सीसीटीवी फुटेज और व्हाटसएप डाटा के संरक्षण के लिए पहले ही लिखा था। लेकिन दिल्ली पुलिस को विश्वविद्यालय प्रशासन से सीसीटीवी फुटेज पर कोई जवाब नहीं मिला। साथ ही दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि व्हाटसएप से दो ग्रुपों के मांगे गए विवरण पर भी उसे जवाब का इंतजार है।




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