news-details

कानन अधीक्षक की कृत्य का आलोचना करते हुए कार्यवाही की मांग को लेकर शासन के नाम राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के सदस्यों ने सौंपा ज्ञापन.

बिलासपुर कानन पेंडारी मामले में आज राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के सदस्यों पदाधिकारीयो के द्वारा रायपुर संभागीय कमिश्नर श्री जी.आर.चुरेन्द्र से भेंट कर उक्त मामले में कानन अधीक्षक की उक्त कृत्य का आलोचना करते हुए कार्यवाही की मांग को लेकर शासन के नाम ज्ञापन सौंपा।

चर्चा में अवगत कराया गयाकि, कानन पेंडारी में उक्त अधिकारी के परिवार के महिलाओं के मूलभूत सुविधा शौचालय के प्रयोग करने पर वहां के अधीक्षक के द्वारा उनके साथ हुई बदसलूकी के बाद प्रशासनिक संघ परिवार में रोष व्याप्त हुआ है।

कुछ मीडिया संस्थान ने इसे VIP  ट्रीटमेंट के मांग से जोड़ दिया इसका भी खंडन संघ ने किया और माननीय सुप्रीम कोर्ट ने जब शौचालय प्रयोग के अधिकार को मूलभूत अधिकारों से जोड़ा है तब ऐसे में इसे VIP  ट्रीटमेंट की मांग कहना सर्वथा अनुचित है।

जिलों में पदस्थ राजस्व अधिकारी का ज्यादातर समय शासन प्रशासन के महत्वपूर्ण आगंतुकों के प्रोटोकॉल में बीतता है। ऐसे में मूलभूत सुविधाएं के लिए भी यदि इस प्रकार का विवाद उत्पन्न होगा तब जिलों में प्रोटोकॉल व्यवस्था चरमरा जाएगी।

कानन पेंडारी बिलासपुर क्षेत्र के लिए एक मुख्य पर्यटन स्थल है और जब वहाँ का अधीक्षक ऐसे मूलभूत शौचालय प्रयोग मामले में असवेंदनशील होगा तो वहाँ आम जनता और खास कर महिलाओं और बुजुर्गों के लिए खासा असुविधा होगी। ऐसे में उसपर कार्यवाही करते हुए उसको वहाँ से हटाना जाना उचित होगा।

कमिश्नर महोदय ने भी कानन पेंडारी जैसी सार्वजनिक जगहों में मूलभूत सुविधाओं के लिए किसी को परेशानी न हो इसका निर्देश दिए। और इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो ऐसा सभी विभागों के अधीनस्थों को निर्देशित किया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री आलोक पाण्डेय, एस.डी.एम. महासमुंद श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, एस.डी.एम. पिथौरा श्री बी.एस. मरकाम, एस.डी.एम. बागबहरा श्री भागवत जायसवाल, डिप्टी कलेक़टर श्रीमती सीमा ठाकुर, डॉ नेहा कपूर सुश्री पूजा बंसल सहित अन्य राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।




अन्य सम्बंधित खबरें