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नायब तहसीलदार का हाहाकार !!

छत्तीसगढ़ में सरकारी विभागों व कर्मचारियों के द्वारा भ्र्ष्टाचार अपने चरम को पहुच चुका है, इसका उदाहरण बसना में देखने को मिला जहां एक ऐसा प्रशाशनिक अधिकारी जिस पर न्याय व्यवस्था और राजस्व व्यवस्था के पालन की जिम्मेदारी है, उसके द्वारा चरम सीमा तक किये जा रहे भ्र्ष्टाचार जन सामान्य के लिए आतंक का विषय बनता जा रहा है,  बसना के राजस्व विभाग के नायब तहसीलदार से राइसमिल व्यापारी और अनाज काम काम करने व्यापारी, प्रत्येक आम इन्सान जिसे तहसीलदार में उस कर्मचारी से काम पड़ता हैं, वह उनकी भ्र्ष्टाचार की धार का शिकार बनाता है.  

राइसमिल मालिकों और व्यापारियों का कहना है, छापा मार कर अधिकारी ने उनसे केस रफा दफा करने के लिए लाखों की वसूली की, जब लोगों ने उनसे कुछ रियायत की बात की तो उन्होंने कहा कि,  मुझे एसडीम और शाशन की तरफ से चुनाव पूर्व 1 करोड़ रुपये वसूली का लक्ष्य दिया गया है,  वैसे इनकी लिखित शिकायत अधिवक्ता गण एवम पीड़ित पक्षकारों ने कमिश्नर से की है, जिसकी छायाप्रति हमारे पास उपलब्ध है.  

अधिवक्ता गण एवम पीड़ित पक्षकारों ने बसना में होने वाली मुख़्यमंत्री की सभा मे मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत का निर्णय लिया है, ऐसी जानकारी मिली है कि, कार्यक्रम की सारी जिम्मेदारी एवम बसना में पास जारी करने की जिम्मेदारी एसडीम जी ने उन्ही तहसीलदार को दे रखी है,  इसीलिए शिकायत कर्ताओं को मिलने का समय मिल पाएगा यह मुश्किल ही लगता है.

शिकायतकर्ता में जिनका नाम है,  वे लोग सक्षम है इसलिए खुलकर दस्तखत कर दिए,  सैकड़ों की संख्या में पीड़तों ने अपनी कहानी हमारे साथ एवम अधिवक्ताओं के साथ बाटीं है, लेकिन खुलकर सामने इसलिए नही आते कयुंकि आम इंसान को आज भी कानून और व्यवस्था से सहयोग की जगह भय लगता है.

इस अधिकारी के "विशेष कानूनी कार्य" तहसील परिसर के बाहर स्थित एक फोटोकॉपी एवम टाइपिंग सेन्टर से संपादित कीये जाते हैं,  इस सेंटर के संचालक को साहब मामा कहकर बुलाते रहे हैं, और चूंकि बिना मामा जी के सहयोग बिना कोई काम होता नही इसीलिए लगभग पूरा तहसील परिसर इन्हें मामा बना चुका है. मामा जी कहने को तो तहसील के बाहर के आदमी है, लेकिन वकीलों और कर्मचारियों का कोई काम इनके निर्देश के बिना पूरा नही होता,  इस बात का पता तहसील परिसर में थोड़ा समय बिताते ही हो जाता है.

जब हमने इस विषय मे एसडीम सराईपाली से बात की तो उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि

ये सर्वथा अनुचित आरोप है, और अगर मेरे नाम का दुरुपयोग करने का प्रयास अगर किसी के द्वारा किया गया है, तो मैं उनपे कड़ी से कड़ी कार्यवाही करूंगी.

-   नुपुर पन्ना राशि, एसडीम, सरायपाली.





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