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बिना कोई वैकल्पिक व्यवस्था किए छात्रावास को किया सील, बच्चों एवं पालकों में आक्रोश

बच्चों का सारा सामान हॉस्टल के अंदर, पढ़ाई हो रही है प्रभावित

सरायपाली. अर्जुण्डा स्थित गुरूमाता छात्रावास को सील कर दिए जाने के बाद वहां रह रहे विद्यार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कलेक्टर से भी गुहार लगाने के बाद अब अभिभावक वहां पर तम्बू लगाकर बच्चों की पढ़ाई पूरी करने का निर्णय लिया है. विगत दिनों कई तरह की खामियां मिलने के बाद छात्रावास को बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए सील कर दिया गया है. इसके बाद वहां रह रहे बच्चों की पढ़ाई चरमरा गई है. छात्रावास को जल्द खोलने की मांग करने के लिए अभिभावक स्थानीय अधिकारियों से लेकर कलेक्टर तक भी गुहार लगा चुके हैं लेकिन छात्रावास अभी भी बंद है. अभिभावकों ने बताया कि अब तम्बू लगाकर उनके लिए खाने-पीने आदि का ध्यान रखा जाएगा.

दरअसल वहां के अभिभावकों का यह कहना है कि जब उन्हें छात्रावास से किसी तरह की समस्या नही है तो जबरन अचानक बंद कर देना बच्चों की पढ़ाई के साथ खिलवाड़ है. इसके लिए कम से कम एक माह का समय मिलना चाहिए ताकि अभिभावक अपने बच्चों को कहीं रख सकें. विगत 19 सितम्बर को जिला शिक्षा अधिकारी, बीईओ, एबीओ, सहायक संचालक, नायब तहसीलदार, आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त एकलव्य अंग्रेजी माध्यम स्कूल में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. उसी दौरान परिसर में संचालित गुरूमाता छात्रावास का भी निरीक्षण किया जिसमें कुछ खामियां पाई गयी. तब टीम ने सात दिन के भीतर व्यवस्था पूर्ण करने के निर्देश दिए. लेकिन अचानक नोटिस आदि दिए बिना 16 अक्टूबर को छात्रावास सील कर दिया. छात्रावास में 90 विद्यार्थी रहक र पढ़ाई कर रहे थे. जिसके बंद हो जाने के बाद उन्हें रहने खाने एवं पढ़ाई चरमरा गई है. आगामी दिनों में छमाही परीक्षा भी है अब उनक ी परीक्षा भी प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है.

इस संबंध में पालकों ने ही कई दफे बैठक कर अधिकारियों तक अपनी समस्या को पहुंचा रहे हैं. पखवाड़े भर होने को है छात्रावास में रहने वाले बच्चों के कॉपी पुस्तक से लेकर उनके पहनने के कपड़े तक छात्रावास के अंदर है. पालक ों ने छात्रावास का पुन: संचालन करने की अनुमति का आवेदन संचालक डीपीआई रायपुर एवं कलेक्टर महासमुंद को 22 अक्टूबर को दिया है लेकिन उस पर अभी तक कार्यवाही नही की गई. बताया जाता है कि छात्रावास संचालन के तमाम दस्तावेज पूर्ण कर अधिकारियों को स्थिति से अवगत करा दिया गया है. इसके वावजूद भी अनुमति न मिलने से अभिभावक परेशान हैं.  

कौन सा छात्रावास वैध है इसकी सूची जारी करना चाहिए

अभिभावक लीलाम्बर, खेमराज , नरेश कुमार ,उग्रसेन, टीकाराम, प्रफुल्ल , सेवकराम, निरंजन आदि ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में सैकड़ों प्राईवेट छात्रावास संचालित हैं. केवल सरायपाली में ही 22 छात्रावास हैं. परंतु केवल इसी छात्रावास को ही निशाना बनाना बिल्कुल अनुचित है. अगर गुरूमाता छात्रावास अवैध है तो जिले एवं ब्लॉक में कितने छात्रावास वैध रूप से संचालित हैं और कहां पर खामियां नही हैं इसकी सूची प्रशासन को जारी करनी चाहिए.





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