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बागबाहरा : कस्टम मिलिंग अंतर्गत उठाए गए धान एवं जमा किए गए चावल के भौतिक सत्यापन में दो फर्मोंं में धान की मात्रा कम पायी गई

दोनों फर्मोंं के विरुद्ध प्रकरण तैयार किया गया

महासमुंद : जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का निराकरण कस्टम मिलिंग के माध्यम से कराया जा रहा है। कस्टम मिलिंग के अंतर्गत जिले के पंजीकृत राईस मिलो के द्वारा छ.ग. राज्य विपणन संघ से अनुबंध निष्पादित कर धान खरीदी केन्द्रां से धान का उठाव करके भारतीय खाद्य निगम एवं नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमा करने का कार्य किया जा रहा है।

प्रभारी खाद्य अधिकारी ने बताया कि तहसील बागबाहरा के अंतर्गत राजस्व, खाद्य एवं मंडी विभाग के अधिकारियों के द्वारा 14 फरवरी 2024 को मेसर्स राजवंश एसोसिएट, बागबाहरा एवं मेसर्स लक्ष्मी राईस इण्डस्ट्रीज, बागबाहरा की जांच कर कस्टम मिलिंग के लिये उठाए गए धान एवं जमा किए गए चावल का भौतिक सत्यापन किया गया। जांच के समय मेसर्स राजबंश एसोसिएट, बागबाहरा के भागीदार श्री सौरभ बग्गा तथा मेसर्स लक्ष्मी राईस इण्डस्ट्रीज के संचालक श्री दिनेश गुप्ता उपस्थित थे। जांच में मेसर्स राजवंश एसोसिएट, बागबाहरा में 13146 कटृ धान तथा मेसर्स लक्ष्मी राईस इण्डस्ट्रीज, बागबाहरा में 3442 कटृ धान कम मात्रा में उपलब्ध पाया गया। जांच अधिकारियों के द्वारा उक्त दोनों फर्मों के विरुद्ध छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश, 2016 के प्रावधानां का उल्लंघन संबंधी प्रकरण निर्मित किया गया तथा जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रस्तुत किया गया।




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