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महासमुंद : दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ किया घर बैठे मतदान

होम वोटिंग की सुविधा ने बुजुर्गों एवं दिव्यांगों के लोकतंत्र में अनिवार्य भागीदारी के सपने को किया साकार

होम वोटिंग की सुविधा मिलने से निर्वाचन आयोग का किया आभार

महासमुंद : लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत लोकसभा संसदीय क्षेत्र 09 के तहत महासमुंद जिले के चारों विधानसभा के दिव्यांगों और 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ आज अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र में सहभागिता निभाई। निर्वाचन आयोग द्वारा घर पर ही मतदान की सुविधा मिलने से मतदाताओं ने खुशी जाहिर करते हुए मतदान दल के अधिकारी-कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं द्वारा जिलेवासियों से आगामी 26 अप्रैल को शत-प्रतिशत मतदान करने की अपील भी की गई।

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा होम वोटिंग की नई सुविधा मिलने पर संसदीय क्षेत्र 9 अंतर्गत महासमुंद जिले के 80 वर्ष से अधिक के आयु के बुजुर्गों तथा चलने-फिरने में असमर्थ दिव्यांगों ने आज अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र में अनिवार्य भागीदारी का सपना साकार किया है। इस नई व्यवस्था के तहत जिले के 226 मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा दी गयी थी।

आज होम वोटिंग के दौरान सरायपाली विकासखंड अंतर्गत ग्राम जोगनीपाली की माया देवी अग्रवाल 85 वर्ष, ग्राम तोरेसिंहा की उमा 86 वर्ष, ग्राम गढ़फुलझर के दिव्यांग जगबंधु 19 वर्ष, बागबाहरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम लालपुर की केसर कुंवर जैन 104 वर्ष, सुमन देशपांडे 102 वर्ष, सुखो बाई फूलसिंह 85 वर्ष, ग्राम तेंदुलोथा कला की चंदा बाई 94 वर्ष, प्यारी बाई 93 वर्ष, ग्राम नर्रा से घासीदास 86 वर्ष, ग्राम मोखा से सुखधर 85 वर्ष, ग्राम झमला से दिव्यांग दुर्गेश ठाकुर 23 वर्ष एवं पिथौरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम सानटेमरी की रविवारी भोई 90 वर्ष, जैसे अनेक वरिष्ठजनों और दिव्यांगों ने उत्साहित होकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदाताओं ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा होम वोटिंग की सुविधा नहीं मिलने से इस समय उनके लिए अपने शारीरिक अस्वस्थता के चलते मतदान केंद्र में पहुँचकर मतदान करना बिलकुल भी असंभव था। सभी ने उनके जैसे अनेक बुजुर्गों एवं दिव्यांगों को उनके घरों पर ही मतदान की सुविधा प्रदान करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के इस होम वोटिंग की नई व्यवस्था की प्रशंसा की।

भारत निर्वाचन आयोग की इस नई व्यवस्था की सराहना करते हुए बागबाहरा की 104 वर्षीय केसर कुंवर जैन ने कहा कि आज उसे अपने घर में ही मताधिकार का सुविधा मिलना उनके लिए किसी सपने का साकार होने जैसा है। उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि अपने इस उम्र के इस पड़ाव एवं शारीरिक अस्वस्थता के कारण इस बार उसे मतदान करने का सौभाग्य भी प्राप्त होगा। लेकिन आज भारत निर्वाचन आयोग के इस व्यवस्था के कारण उसे आज अपने घर पर ही मताधिकार का प्रयोग करने का अवसर प्राप्त हुआ।

सरायपाली की 85 वर्षीय माया देवी अग्रवाल ने होम वोटिंग कर उत्साहित होकर कहा कि उनके वृद्धावस्था एवं शारीरिक अस्वस्थता के कारण उनके लिए मतदान केंद्र में पहुंचकर मतदान करना बिल्कुल भी संभव नहीं था। लेकिन भारत निर्वाचन आयोग के इस नई व्यवस्था के कारण आज उसे अपने घर में ही मतदान करने का अवसर मिला है। अपने मताधिकार का प्रयोग करने से अब मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाने की कमी नहीं खलेगी।

इसी तरह बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम झमला के 23 वर्षीय दिव्यांग दुर्गेश ठाकुर ने भारत निर्वाचन आयोग की होम वोटिंग की सुविधा की प्रशंसा करते हुए बताया कि दिव्यांग होने के कारण अपने शारीरिक परेशानियों के चलते मतदान केंद्र में पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग नही कर पाते थे। इसके लिए उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग को विनम्र आभार व्यक्त किया। उनके अलावा अन्य मतदाताओं ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के इस नई व्यवस्था के कारण उनके जैसे अनेक दिव्यांगों के अलावा चलने-फिरने में असमर्थ बुजुर्गों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी। वास्तव में यह व्यवस्था देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को सशक्त बनाने में और मतदान प्रतिशत बढ़ाने में कारगर साबित होगा। होम वोटिंग हेतु विधानसभा क्षेत्र महासमुंद-42 के लिए 05 रूट, खल्लारी-41 के लिए 09 रूट, बसना-40 के लिए 09 रूट व सरायपाली-39 के लिए 10 रूट निर्धारित किए गए है। छूटे हुए मतदाता 20 अप्रैल 2024 को सुबह 8 बजे शाम 5 बजे तक होम वोटिंग कर सकते हैं।




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