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मोदी ने तीन राज्यों में चुनाव प्रचार शुरू किया, सपा-बसपा-रालोद गठबंधन को बताया ‘‘सराब’’

तीन राज्यों में अपनी पार्टी के लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित रखा और अपनी सरकार को ‘‘निर्णय लेने वाली’’ करार देते हुए कहा कि उसने सभी क्षेत्रों - भूमि, आकाश और अंतरिक्ष में सर्जिकल स्ट्राइक करने का साहस दिखाया।

मोदी ने उत्तर प्रदेश के मेरठ, उत्तराखंड के रूद्रपुर और जम्मू कश्मीर के अखनूर में रैलियों को संबोधित किया। इन तीन क्षेत्रों में पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को चुनाव होने हैं।

प्रधानमंत्री ने सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज एक तरफ नए भारत के संस्कार हैं, तो दूसरी तरफ वंशवाद और भ्रष्टाचार का विस्तार है। एक तरफ दमदार चौकीदार है, तो दूसरी तरफ ‘‘दागदारों की भरमार’’ है।

मोदी ने कहा कि मुकाबला ‘‘एक निर्णायक सरकार और एक अनिर्णायक अतीत के बीच है।’’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि इन तीनों पार्टियों के पहले अक्षरों को मिलाकर ‘सराब’ बनती है।

मेरठ से चुनावी अभियान की शुरूआत करते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सपा के स, रालोद के रा और बसपा के ब को मिलाकर ‘सराब’ बनती है जो सेहत के लिये खतरनाक होती है इसलिये इस गठबंधन से सावधान रहना चाहिए।

मोदी के इस बयान पर विपक्षी दलों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई। कांग्रेस ने विपक्षी पार्टियों की तुलना शराब से करने के लिए मोदी से माफी मांगने को कहा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन पर ‘‘नफरत के नशे’’ को फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि वह ‘शराब’ और ‘सराब’ के बीच के अंतर को नहीं जानते हैं।

कांग्रेस पर अपना हमला जारी रखते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि पार्टी ने उरी के बाद 2016 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल हमले और बाद में फरवरी में पाकिस्तान के अंदर बालाकोट हवाई हमलों के बाद सशस्त्र बलों की वीरता पर सवाल उठाया।

मोदी ने मेरठ में भाजपा की विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश पहली बार ऐसी निर्णायक सरकार देख रहा है जो अपने संकल्प को सिद्ध करना जानती है। जमीन हो, आसमान हो या फिर अंतरिक्ष, सर्जिकल स्ट्राइकल का साहस आपके इस चौकीदार की सरकार ने दिखाया है।

मोदी ने 2014 में भी मेरठ से ही भाजपा के चुनावी अभियान की शुरूआत की थी। उन्होंने कहा कि ' मैं चौकीदार हूं । चौकीदार कभी नाइंसाफी नही करता है । हिसाब होगा, सबका होगा, बारी बारी से होगा।’’

उन्होंने कहा कि इस बार का मुकाबला दमदार भाजपा और दागदार विपक्ष के बीच है।

उन्होंने भारत-पाकिस्तान सीमा के पास जम्मू के अखनूर में एक रैली में कहा कि सीमा पार के आतंकवादियों में दहशत का माहौल है।

बालाकोट हवाई हमले का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि सीमा पार से जो आतंकवाद की फैक्ट्री चला रहे थे, वे अब दहशत में हैं और आतंकवादियों को इस ओर आने के बारे में 100 बार सोचने को बाध्य कर दिया गया है।

जम्मू कश्मीर में अपनी पहली रैली को मोदी ने पहले डोगरी में संबोधित किया और बाद में उन्हें हिंदी में भाषण दिया। उन्होंने कहा कि मतदाता जब 11 अप्रैल को ईवीएम का बटन दबाएंगे और कमल चुनेंगे तो इससे न केवल आतंकवादी और देश के अंदर उनके मित्र बेचैन होंगे बल्कि इसकी गूंज सीमा पार भी सुनी जाएगी।

'मिशन शक्ति' को लेकर राहुल गांधी के बुधवार के एक ट्वीट के बहाने मोदी ने उन पर तंज कसते हुए कहा 'कोई थियेटर में नाटक देखने जाता है तो वहां क्या देखने को मिलता है? वहां सेट शब्द बड़ा कॉमन होता है। यह शब्द वहां बार-बार इस्तेमाल होता है। कुछ बुद्धिमान लोग ऐसे हैं जब मैं ए-सैट की बात करता था, तो कन्फ्यूज हो गए। समझे कि मैं थियेटर के सेट की बात कर रहा हूं। अब ऐसे बुद्धिमान लोगों पर रोएं या हंसे, जिनको थियेटर का सेट और अंतरिक्ष में ऐंटी सैटेलाइट, ए-सैट की समझ नहीं है।'

उन्होंने सर्जिकल हमलों के संबंध में सबूत मांगने पर भी विपक्ष पर निशाना साधा और सवाल किया, ‘‘... हमें सबूत चाहिए या सपूत चाहिए? जो सबूत मांगते हैं वो सपूत को ललकारते हैं।' उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का खून तब भी नहीं खौला जब देश के बीचों बीच भरी आबादी में आतंकवादी देश के लोगों और वीर जवानों का खून बहा रहे थे ।

प्रधानमंत्री मोदी ने आरोप लगाया कि ‘गरीबी का कारण ही कांग्रेस है और उसे हटाने से गरीबी अपने आप ही हट जायेगी ।’




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