परीक्षा के ठीक एक दिन पहले हुआ सर्वर डाउन, डॉ. रमन बोले एक सर्वर नहीं संभाल सकती भूपेश सरकार.
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार से युवाओं को रोजगार देना का सपना दिखा रही है, वर्त्तमान में लोकसभा चुनाव का 4 चरण बीत चूका है और कांग्रेस अभी भी युवाओं को रोजगार देने का वादा कर रही है और लगातार बेरोजगारी के नाम पे बीजेपी की सरकार को घेर रही है.
मगर कांग्रेस सरकार की रोजगार देने की सच्चाई छत्तीसगढ़ में दिख चुकी है, रोजगार के अलावा कई अन्य युवा जो आज अपने भविष्य के लिए प्री इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी) और प्री फार्मेसी टेस्ट (पीपीएचटी) की परीक्षा देने वाले थे उनकी परीक्षा रद्द कर दी गई है. यह जानकारी परीक्षा से ठीक एक रात पहले देकर सरकार ने अपने व्यवस्था की पोल खोल दी.
जिसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि जनता ने आपको प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी और आपकी सरकार से एक सर्वर नहीं संभाला गया.
वहीं भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष विजय शर्मा ने सर्वर डाउन होने की वजह से पीईटी परीक्षा स्थगित किए जाने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए यह सवाल उठाया है कि भूपेश सरकार का सर्वर आखिर बार-बार डाउन क्यों होता है. श्री शर्मा ने कहा कि कहीं यह इंजीनियरिंग प्रवेश घोटाला तैयारी जैसा कुछ तो नहीं ? उन्होंने कहा कि प्रदेश का मुखिया अपने पूरे कैबिनेट के साथ प्रचार यात्रा पर प्रदेश से बाहर हैं, जबकि प्रदेश में रोज अराजकता की एक नयी स्थिति पैदा हो रही है.
बिजली गुल होते रहना, गन्ना किसानों की फसल जलाने पर विवश होना, कर्मचारियों को वेतन के लाले समेत दर्जनों विसंगतियों से प्रदेश त्रस्त है और मुखिया अन्य प्रदेशों में जा कर डींगे हांक रहा है. विजय शर्मा ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से डॉ. रमन सिंह जी की सरकार के समय कभी सर्वर समेत कोई समस्या नही हुई और आखिर इन चार महीनों में ऐसा क्या हुआ कि सारा तंत्र चरमरा गया है.
उन्होंने कहा कि मार्च में जब सारे भुगतान लंबित थे तब लंबे समय तक सरकार का सर्वर डाउन रहा. कर्मचारी से लेकर पेंशनभोगी तक और तमाम हितग्राही एक-एक पैसे के लिए तरस गए. विकास कार्यों के एवज में होने वाला भुगतान रुक गया जिससे विकास के काम ठप हो गए. जैसे तैसे ट्रेजरी का सर्वर सुधरा तो व्यावसायिक परीक्षा मंडल का सर्वर डाउन हो गया जिसकी वजह से परीक्षार्थियों को परेशान होना पड़ा और आखिरकार यह प्रवेश परीक्षा स्थगित करनी पड़ी.
उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल को प्रचार के लिए घूमने से फुर्सत नहीं मिल रही और यहां छत्तीसगढ़ की सारी व्यवस्था पटरी से उतर गई है. ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है या मुख्यमंत्री अपने कर्तव्यों के निर्वहन के प्रति गंभीर नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जिस सरकार का मुखिया आज के युग में कई कई दिनों तक सर्वर की समस्या का हल ना निकलवा पाये, उस सरकार से जनता के हित के काम और विकास योजनाओं की आखिर क्या उम्मीद की जा सकती है.
शर्मा ने कहा कि भूपेश सरकार ने 3 माह में ही यह साबित कर दिया है कि वह जनता के भरोसे पर खरी उतरने वाली सरकार नहीं है बल्कि झूठ बोल बोल कर जनता को गुमराह कर सत्ता में आ तो गई है लेकिन छत्तीसगढ़ को 15 साल पीछे धकेल दिया है. और कहा कि यदि किसी भी परीक्षार्थी का अहित हुआ तो भाजयुमो सरकार की ईट से ईट बजा देगा.