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हत्या के बाद परिवार वालों पर दबाव बनाकर करवाया अंतिम संस्कार, सरपंच सहित 3 के ख़िलाफ कार्यवाही की मांग.

बसना थाना अंतर्गत एक व्यक्ति की हत्या के बाद बिना सहमति के दबावपूर्वक शव को जलाने का सनसनी का मामला सामने आया है. जिसमे एक सरपंच भी संलिप्तता मौजूद है. बड़ा मामला यह है कि अभी तक इस मामले में आरोपियों के खिलाफ ना तो एफआईआर दर्ज किया गया है और ना ही किसी प्रकार का कोई जांच किया जा रहा है. जिसके मामले की शिकायत 3 अक्टूबर को विशेष थाना प्रभारी महासमुंद और पुलिस अधीक्षक से की गई है.

मृतक के पिता अथवा भाई ने बताया है कि 1 सितंबर 2020 दिन मंगलवार को ओम प्रकाश सिदार की हत्या  कर उसे आनन-फानन में वर्तमान सरपंच बनवारी जगत के द्वारा परिवार के बिना सहमति के जबरन दबाव पूर्वक दाह संस्कार किया गया. जिसका संपूर्ण जानकरी दशकर्म के बाद बसना थाना प्रभारी को आवेदन दिया गया. जिसके बाद चौकी प्रभारी के समक्ष शिकायत करने पर आज तक रिपोर्ट दर्ज नही किया गया है.

सूत्रों के हवाले से प्रेम प्रसंग के चलते हत्या को अंजाम दिया गया है. कमल सिदार एवं उनके पिताज रोहित सिदार को गांव के सरपंच बनवारी जगत, प्रहलाद साहू  व नन्दकुमार साहू के द्वारा उक्त घटना के समझौता को लेकर दबाव बनाया गया. नही मानने पर जान से मारने की धमकी देते हुए प्रहल्लाद साहू के द्वारा गाली गलौच करते हुए तू हमारा क्या कर लेगा हम तो थाने में पैसा देकर कोई कार्यवाही नही होने देंगे कहकर माँ-बहन का गाली देते हुए अपशब्दों का प्रयोग किया गया जिससे मेरा शिकायतकर्ता का पूरा परिवार दहशत में है.

शिकायत के अनुसार मंगलवार को सुबह 5 बजकर 45 मिनट में गांव का प्रह्ललाद साहू पिता राजू साहू मृतक के भाई कमल सिदार घर आकर कहा मेरे घर चल तुमसे कार्य है. और जब मृतक का भाई  प्रहलाद साहू के घर गया तब उसे बताया गया कि तुम्हारा छोटा भाई ओम प्रकाश खत्म हो गया है. यह बात सुनकर मृतक के भाई कमल सिदार चक्कर आ गया. जिसके बाद उसे पानी पिलाया गया.

उसके बाद गांव के ही नन्द कुमार साहू पिता बेदराम साहू अपना स्कार्पियो 4 चक्का वाहन लेकर आया कुछ देर बाद गांव के सरपंच बनवारी जगत भी आया फिर प्रह्ललाद साहू,  सरपंच बनवारी जगत, नन्द कुमार साहू ने प्रह्ललाद के बेटे बाबा और अपने ट्रैक्टर ड्रायवर बाल मकुन्द को मृतक ओम प्रकाश के शव को स्कार्पियो में डालने कहा गया.

शव को स्कार्पियो में डालने के बाद मृतक के कलम सिदार को भी उसी गाडी में बैठने को कहा गया. जिसे उसके द्वारा मन करने और अपने माता पिता को बुलाकर लाओ कहने पर उसके हाथ को खिंचकर जबरदस्ती स्कार्पियो में बैठा दिया गया. फिर उन लोगो  ने कहा कि घटना के बारे में उन गांव के किसी भी व्यक्ति को पता नही चलना चाहिए.

इसके बाद उसे अस्पताल ले जाने के बहाने गांव के बाहर ले जाते हुए पिरदा के बिजली आफिस तक ले गए और वहां से फिर अपने गांव सलखण्ड आ गए.

शिकायत के अनुसार प्रहल्लाद साहू ने अपने ही घर से शमसान घाट तक लकड़ी पहुँचाया जिसक ओम प्रकाश के शव का उसके परिवार वालों ने अन्तिम संस्कार किया.

इसके बाद 3 सितम्बर 2020 को मृतक ओम प्रकाश के मोबाइल सैमसंग j7 को प्रह्ललाद साहू ने बिना सिमकार्ड के उसके भाई कमल सिदार को वापस किया. इसके बाद 6 सितम्बर 2020 को उन्हें समझौता हो जाओ पुलिस रिपोर्ट मत कराओ कहने पर राजीनामा नही होने से बनवारी सरपंच ने गुस्से में आकर गन्दा-गन्दा अश्लील शब्दों का उपयोग किया.




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