महासमुंद में धान खरीदी में प्रगति, किसानों को मिल रहा बेहतर समर्थन मूल्य
टोकन तुहर हाथ ऐप से किसानों की बढ़ी सहूलियत, धान खरीदी से प्रसन्न किसान
महासमुन्द जिले में खरीफ विपणन वर्ष हेतु समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य अपनी पूर्ण सरलता, सुगमता गति से चल रहा है। 27 नवम्बर तक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अंतर्गत 182 उपार्जन केन्द्रों पर धान की खरीदी की जा चुकी है। इस दौरान कुल 23,285 किसानों से 1,12,298.16 टन धान खरीदी गई, जिसका मूल्य 258 करोड़ 28 लाख 59 हजार रुपये तक पहुंच चुका है। यह धान खरीदी में किसानों को मिलने वाले बेहतर समर्थन मूल्य का स्पष्ट संकेत है।
खरीदी के दौरान 38 केन्द्रों पर 3000 क्विंटल से कम और 103 केन्द्रों पर 5000 क्विंटल से कम धान की खरीदी हुई, बावजूद इसके कुल खरीदी में शानदार वृद्धि देखी गई। 4517 किसानों ने स्वस्फूर्त रकबा समर्पित किया है। बारदाना की आपूर्ति भी इस बार उच्चतम स्तर पर रही। 83,96,792 नग बारदाना प्राप्त हुए हैं और 53,16,694 नग बारदाना उपार्जन केन्द्रों में शेष हैं। यह दर्शाता है कि सरकार ने किसानों को बेहतर सुविधा और सुविधा प्रदान करने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए हैं।
जिले में किसानों को अब धान की बिक्री में कोई कठिनाई नहीं हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा सहकारी समिति शेर में की गई बेहतर व्यवस्थाओं और टोकन तुहर हाथ ऐप की सुविधा ने किसानों के लिए धान की बिक्री को और भी सरल बना दिया है। अब किसान घर बैठे ही अपना टोकन काट सकते हैं और आसानी से धान की बिक्री कर रहे हैं। शेर धान खरीदी केन्द्र में किसानों के लिए विशेष सुविधाएँ सुनिश्चित की गई हैं, जैसे बैठक, पेयजल, शौचालय और सीसीटीवी कैमरे सहित बायोमेट्रिक मशीन और इलेक्ट्रॉनिक तराजू की व्यवस्था। इन व्यवस्थाओं से किसान निश्चिंत होकर अपनी धान की बिक्री कर रहे हैं और किसी भी प्रकार की अवैध बिक्री से बच रहे हैं।
यहां धान विक्रय करने पहुंचे ग्राम मोरधा के किसान लखन लाल साहू ने बताया कि उन्होंने 20 एकड़ में कृषि कार्य किया है और धान खरीदी के दौरान उन्हें कोई असुविधा नहीं हुई। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार द्वारा 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की सराहना की और कहा कि इससे किसानों की आय में वृद्धि हुई है। इसी तरह ग्राम मुरकी के किसान भारत राम साहू ने भी धान खरीदी केन्द्र की सुविधाओं की सराहना की और बताया कि उन्होंने 10 एकड़ में कृषि किया है। धान की बिक्री के बाद 72 घंटे के भीतर उनके खाते में राशि जमा हो गई, जिसे वह बोरवेल खुदवाने और बेटे की शादी में उपयोग करेंगे। भारत राम ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्णय की प्रशंसा करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।