
SBI RD vs Post Office RD: कहां मिलेगा बेहतर रिटर्न? जानिए पूरी तुलना
अगर आप बिना किसी जोखिम के अपने पैसे को सुरक्षित और नियमित तरीके से निवेश करना चाहते हैं, तो रिकरिंग डिपॉजिट (RD) एक बेहतरीन विकल्प है। भारत में दो प्रमुख विकल्प – SBI RD और पोस्ट ऑफिस RD – के बीच अक्सर निवेशक दुविधा में रहते हैं कि कौन-सा बेहतर है। आइए जानते हैं दोनों योजनाओं की विस्तृत तुलना।
ब्याज दरों की तुलना
SBI RD की ब्याज दरें 6.80% से 7.00% तक होती हैं, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को 0.50% का अतिरिक्त लाभ मिलता है। वहीं, पोस्ट ऑफिस RD पर वर्तमान में 5 वर्षों के लिए 6.70% ब्याज दिया जाता है, जो सभी वर्गों के लिए समान है।
SBI RD
1-2 साल: 6.80%
2-3 साल: 7.00%
वरिष्ठ नागरिक: +0.50% अतिरिक्त
Post Office RD
फिक्स 6.70% ब्याज (5 साल)
कंपाउंडिंग अंतर
पोस्ट ऑफिस RD में ब्याज तिमाही आधार पर कंपाउंड होता है, जबकि SBI में मासिक या तिमाही कंपाउंडिंग होती है। तिमाही कंपाउंडिंग से रिटर्न थोड़ा ज्यादा हो सकता है।
लोन की सुविधा
SBI में RD पर 90% तक लोन की सुविधा है, जबकि पोस्ट ऑफिस में 1 साल बाद 50% तक लोन लिया जा सकता है।
अकाउंट नियम
SBI में यदि 6 किस्तें मिस हो जाती हैं, तो अकाउंट बंद हो सकता है। पोस्ट ऑफिस में 3 बार किस्तें मिस करने पर पेनल्टी लगती है।
अगर आप कम अवधि (1-3 साल) के लिए निवेश कर रहे हैं और वरिष्ठ नागरिक हैं, तो SBI RD अधिक फायदेमंद साबित हो सकती है। लेकिन यदि आप लंबी अवधि (5 साल) के लिए स्थिर और बेहतर कंपाउंडिंग चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस RD से बेहतर विकल्प नहीं।
दोनों ही स्कीमें सुरक्षित हैं, इसलिए अपनी जरूरत और निवेश अवधि के हिसाब से सही विकल्प चुनें।