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बिजली बिल को शून्य नहीं करने पर उपभोक्ता ने सहायक यंत्री से की मारपीट

पुलिस को सूचना देने की बात पर जे.ई. का मोबाईल छीनकर भागे आरोपी

घटना के 20 घण्टे बाद आरोपियों के खिलाफ हुई एफआईआर दर्ज

सरायपाली. ट्रांसफॉर्मर खराब होने पर ग्राम बैतारी का एक व्यक्ति नया ट्रांसफॉर्मर की मांग के लिए कल विद्युत विभाग कार्यालय पहुँचा था. लेकिन जब उसे पुराने बकाया बिल का भुगतान करने के बाद ही नया ट्रांसफॉर्मर मिलने की बात कही गई तो वह बिल शून्य करने के लिए दबाव बनाने लगा और बिल शून्य न करने पर विद्युत कार्यालय में ही मौजूद सहायक यंत्री से हाथापायी पर उतर आया.

घटना कल अपरान्ह 4.30 बजे की बताई जा रही है, जिसकी शिकायत करने के 15 घण्टे बाद भी आरोपी के खिलाफ एफआईआर न किये जाने पर सभी बिजली कर्मचारी कार्यालय बंद कर रिपोर्ट लिखवाने के लिए थाना में अड़ गए, तब कहीं उक्त आरोपी के खिलाफ पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज किया गया.

जानकारी अनुसार विजय पटेल पिता कुंजमन पटेल ग्राम बैतारी अपने दो अन्य साथियों के साथ खराब हुए ट्रांसफॉर्मर के स्थान पर नया ट्रांसफॉर्मर लगवाने के लिए विद्युत विभाग कार्यालय में सहायक यंत्री टी आर गजभिये के पास कल 13 फरवरी को पहुँचा हुआ था.

श्री गजभिये ने जब उन्हें बताया कि पुराने ट्रांसफॉर्मर का 10 हजार रूपये बिजली बिल बकाया है और उसका भुगतान करने के बाद ही नया ट्रांसफॉर्मर मिल पायेगा. तब विजय 10 हजार रूपये के बिल को नहीं देने की बात कहते हुए उस बिल को शून्य करने के लिए दबाव बनाने लगा. इसके बाद श्री गजभिये के द्वारा बिल शून्य नहीं होने और उसका भुगतान अनिवार्य रूप से करने की बात कही गई, जिसपर वह आग बबूला हो गया और हाथापायी में उतर गया.

कार्यालय में ही मौजूद जे.ई. श्री साहू के द्वारा जब 112 वाहन को घटना की सूचना देने की बात कही गई तो उसने उनके मोबाईल फोन को भी छीन लिया और गेट बंद कर फरार हो गया. मौके पर अन्य उपभोक्ता सुनील अग्रवाल, किशोर नायक, लाल सिंह आदि भी उपस्थित थे. पुलिस ने प्रार्थी टी आर गजभिये की रिपोर्ट पर आरोपी विजय पटेल व उसके अन्य साथियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा एवं शासकीय सामान को नुकसान के अलावा शासकीय कर्मचारी से हाथापायी करने पर धारा 186, 353,294,323,506,34 के तह अपराध कायम कर विवेचना में लिया है.

एफआईआर दर्ज करवाने के लिए बिजली विभाग को करना पड़ा कार्यालय बंद

विद्युत विभाग से डी.ई. जी एस सिंह घटना के तुरंत बाद थाना पहुँच गए थे और पुलिस को आरोपियों के खिलाफ एफआईआर करवाने के लिए आवेदन दिये. लेकिन पुलिस द्वारा जाँच के बाद अगले दिन एफआईआर होने की बात कही गई.

लेकिन आज भी घटना के 15 घण्टे बाद तक एफआईआर दर्ज न होने पर श्री सिंह कार्यालय बंद करके अपने सभी कर्मचारियों को लेकर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए थाना में अड़ गए, तब कहीं दोपहर को उक्त आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया.

इसके लिए बिजली विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ी. श्री सिंह ने बताया कि घटना के समय मौजूद सभी गवाहों को भी वे लेकर थाना पहुँचे थे और घटना की वीडियो रिकार्डिंग भी दिखाई गई, इसके बावजूद एफआईआर दर्ज करवाने के लिए मजबूरीवश कार्यालय बंद करना पड़ा.




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