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कलेक्टर ने लघु वनोपज संग्रहण कार्य का लिया जायजा, दोना-पतरी का काम रोक मास्क बना रही महिलाओं का बढ़ाया हौसला

मजदूर एवं उनके जानवरों को खिलाना-पिलाना ठेकेदार का दायित्व

बलौदाबाजार, 9 अप्रैल 2020/कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज पलारी एवं कसडोल विकासखण्ड के अनेक गांवों का दौरा कर लघु वनोपज संग्रहण कार्यों का जायजा लिया। लाॅक डाउन मंे प्रतिबन्ध से छूट मिलने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण वनोपज संग्रहण कार्य में जुट गये हैं। लगभग 15 लाख मूल्य के साढ़े 7 सौ क्विंटल लघु वनोपजों का संग्रहण स्व सहायता समूहों द्वारा किया जा चुका है। कलेक्टर ने दोना-पतरी का कार्य रोक कर मास्क निर्माण में लगी नवागांव की महिलाओं से सौजन्य भेंटकर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कसडोल के ग्राम मोतीपुर में कोरोना पीड़ित श्रमिकों के लिए बनाये गये राहत शिविर का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। ठेकेदार द्वारा 11 मजदूर परिवारों का भोजन-पानी देकर पालन पोषण किया जा रहा है। इस अवसर पर डीएफओ श्री आलोक तिवारी, जिला पंचायत के सीईओ श्री आशुतोष पाण्डेय एवं अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र नायक भी उपस्थित थे। कलेक्टर ने चेताया है कि सरपंच-सचिव एवं रोजगार सहायक मनरेगा के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों को तत्काल शुरू करें, अन्यथा शासकीय आदेश की अवहेलना मानकर कठोर कार्रवाई की जायेगी।

वनोपज संग्रहण कार्य का लिया जायजा

कलेक्टर श्री गोयल ने आज कसडोल विकासखण्ड के ग्राम असनीद एवं नवागांव में वनोपज संग्रहण कार्य का जायजा लिया। असनीद में 4 स्व सहायता समूहों के जरिये वनोपज खरीदी का काम चल रहा है। बताया गया कि गांव में बेहड़ा एवं बेलफल की फसल होती है। करीब एक सौ परिवार इस काम में लगे हैं। लगभग 103 क्विंटल बेहड़ा की खरीदी की जा चुकी हैं। जल्द ही बेल गुदा की खरीदी भी की जायेगी। इसे अभी सुखाया गया है। कलेक्टर ने स्व सहायता समूह के संचालक के घर में सुखाये गए वनोपज का अवलोकन भी किया। आयुर्वेद में त्रिफला निर्माण में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नवागांव में माहुल पत्ता से पतरी निर्माण कार्य रोककर फिलहाल मास्क निर्माण में जुटी महिलाओं से चर्चा की। करीब 8 महिलायें कोरोना से बचाव के लिए प्रतिदिन 400 मास्क बना रही हैं। उन्होंने पलारी विकासखण्ड के धमनी में संयुक्त वन प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा निर्माणाधीन गौशाला का अवलोकन किया। 13 गौपालकों को संयुक्त वन प्रबंधन समिति द्वारा 26 लाख रूपये की राशि दूधारू गाय खरीदने के लिए मंजूर की गई है। वन प्रबंधन समिति द्वारा संचालित पशु आहार निर्माण संयत्र कों भी देखकर खुशी जाहिर की। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ को एनआरएलएम के तहत जरूरी सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिये।

कोरोना श्रमिक राहत शिविर का निरीक्षण

कलेक्टर श्री गोयल ने कसडोल विकासखण्ड के ग्राम मोतीपुर में संचालित कोरोना श्रमिक राहत शिविर का भी निरीक्षण किया। फिलहाल मध्यप्रदेश के मैहर से आये 11 श्रमिकों को यहां ठहराया गया है। ये श्रमिक ईंट-भट्ठे में घोड़ों और खच्चरों के जरिये ईंट परिवहन का काम करते है। लाॅक डाउन के चलते ईंट निर्माण का काम बाधित हुआ है। जिसके चलते मजदूर संकट में फंस गये थे। कलेक्टर के निर्देश पर सभी 11 श्रमिकों को ठेकेदार द्वारा भोजन-पानी की व्यवस्था की गई है। उनके जानवरों के लिए भी चारे की व्यवस्था के निर्देश ठेकेदार को दिये गये हैं। उन्होंने ठेकेदार से कहा कि फिर से काम शुरू होते तक भोजन-पानी और सानी की व्यवस्था में कोई कमी नहीं आने चाहिये। कलेक्टर ने मोतीपुर में सरपंच एवं स्वास्थ्य विभाग के एएनएम से भी चर्चा की। श्री गोयल ने कहा कि यदि किसी परिवार के पास राशन कार्ड नहीं है,तो भी उन्हें पंचायत में रखे गये चावल दिये जायें। कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोने चाहिये। एएनएम से चर्चा करते हुये कलेक्टर ने होम आइसोलेशन में रखे गये परिवारों के व्यवहार की जानकारी ली। उन्हें अन्य आदमी के सम्पर्क में आने से चैदह दिनों तक रोका जाये। यदि कोई निर्देश का पालन नहीं करे तो उसे जेल की भी सजा हो सकती है। क्योंकि एक आदमी में भी कोरोना के वायरस हो जाये तो पूरे भारत में फैलने में देर नहीं लगेगी। उन्होंने आम जनता और जन-प्रतिनिधियों को लाॅक डाउन का पालन कर शांति एवं व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग की अपील की है।






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