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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सुझबुझ से रुकवाई नाबालिग की शादी, लॉकडाउन में परिजनों ने ली थी एस.डी.एम से अनुमति !

महासमुंद जिले में लॉकडाउन में शादी करवाने का एक अलग ही मामला सामने आया है, जानकारी के अनुसार शादी एक नाबालिग लड़की की कराई जा रही थी वह भी एस.डी.एम की अनुमति लेकर, लेकिन जब इस घटना की जानकारी जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को हुई तो उसने थाना प्रभारी की मदद लेकर इस शादी को रुकवाया.

मामला जिले के बागबाहरा ब्लाक का है जहाँ एक मोहल्ले में बाकायदा एसडीएम  से अनुमति लेकर नाबालिक की शादी करवाई जा रही थी. बरात लड़की के घर तब पहुँच गई थी जिसकी जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को होने से वह वहां पहुँच गई और शादी को गैरकानूनी बताते  हुए शादी को रुकवाने की भरपूर कोशिश की,  लेकिन शादी करवाने वाले उसे एसडीएम कार्यालय से शादी की अनुमति  मिली है ऐसा तर्क देकर उसकी बातों को अनुसुना करते रहे. और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ दुर्व्यवहार करने लगे.

गौरतलब है कि लॉकडाउन के चलते किसी भी वैवाहिक कर्यक्रम को आयोजित करवाने के लिए एस.डी.एम की अनुमति लेनी है, जिसके चलते इस शादी की अनुमति के लिए भी आवेदन जमा लिया गया था. जिसे एस.डी.एम ने अनुमति दे दी. इस मामले में एसडीएम ने कहा है कि  आवेदन में वर-वधू की आयु का कालम नहीं है, और वे केवल धारा 144 के पालन कराने के मिले निर्देशों के तहत अनुमति दे रहे हैं. उनका कहना है कि इसके लिए परिजन जिम्मेदार हैं.

जानकारी के अनुसार किशोरी के पांचवीं अंकसूची में जन्मतिथि  पांच जनवरी 2005 दर्ज है, और वह अब भी नाबालिग है. लेकिन इस बाद की जानकारी आंगनबाड़ी को मिली तो उसने अपनी सुझबुझ के साथ इसकी जानकारी  थाने में दी. और पुलिस फौरन मोके में पहुंचकर मामले में पूछताछ कर दोनों पक्ष को समझाया और बताया  कि यह गैरक़ानूनी है. तब जाकर कहीं वे शादी रोकने पर राजी हुए.





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