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नवतपा के भीषण गर्मी में बिन छाया के खाना बनाने को मजबूर क्वारंटाइन सेंटर के मजबूर मजदूर

जगन्नाथ बैरागी, सारंगढ़. हमारे संवाददाता द्वारा आज कुछ क्वारंटाइन सेंटरो का श्रमिकों की सुविधाओं एवमं होने वाली असुविधाओं की जानकारी लेने हेतु सारंगढ़ के कुछ ग्राम पंचायतों में पँचायत द्वारा बनाये गए क्वारंटाइन सेंटरों का दौरा किया गया। इसी बीच हमारे संवाददाता द्वारा ग्राम पंचायत फर्सवानी के क्वारंटाइन सेंटर में श्रमिकों की जानकारी ली गई।  जिसमे 12 मजदूर अपने परिवार सहित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में क्वारंटाइन किये गए हैं।

बिना किसी बोर्ड के बना दिया गया क्वारंटाइन सेंटर

ग्राम पंचायत फर्सवानी में क्वारंटाइन सेंटर तो बनाया गया है परन्तु बाहर कोई बोर्ड ही नही लगाया गया जिससे कोई अधिकारी एवम पत्रकार को प्रथम दृष्टया ज्ञात हो सके कि उपरोक्त संस्था को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है।

तपती दोपहरी में भीषण नवतपा में मजदूर खुद से खाना बनाने में मजबूर है जबकि प्रशासन द्वारा प्रत्येक मजदूरों की रहने खाने एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता की बात लगातार कही जा रही है।

स्कूल चौकीदार एवमं ग्राम चौकीदार के भरोसे क्वारंटाइन सेंटर

जब हमारे संवाददाता ने जानकारी ली कि इन मजदूरों को खाने नास्ते एवम सुरक्षा हेतु किसे रखा गया है? तो ग्राम कोटवार ने बताया कि रात्रि सोने के लिए स्कूल के चौकीदार रहते हैं बाकी सुरक्षा हेतु मैं रहता हूँ।तो सोचने वाली बात है कि ग्राम फर्सवानी में मजदूरों के साथ अगर हमेशा ग्राम कोटवार मौजूद रहे तो ग्राम पंचायत के क्रियान्वयन का क्या होगा? जबकि नियमतः श्रमिकों के सम्पर्क में आने वाले सेवादार को भी क्वारंटाइन सेंटर से बाहर जाकर आम जन से सम्पर्क की मनाही है। श्रमिको के जानकारी के अनुसार सचिव श्री लालबहादुर निषाद द्वारा रहने सोने का इंतजाम बेहतरीन तरीके से किया गया है।






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