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रोजगार सहायक ने फर्जी मस्टररोल बनाकर हड़प लिए दूसरों के पैसे...लोगों ने की CEO से शिकायत..!

रोजगार सहायकों की नियुक्ति गरीबों के सहायता के लिए की गई थी। लेकिन रोजगार सहायकों की भ्रस्टाचार दिनों दिन बढ़ती जा रही है क्योंकि इनके पास मस्टररोल नाम का हथियार जो है।

एक रोजगार सहायक महावीर भारद्वाज द्वारा निजी स्वार्थ के लिए परिवार के नाम आहरण किया पैसा मां पिता और बहन के नाम से निकाल लिए पैसे बिलाईगढ़ जनपद पंचायत बिलाईगढ़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत टिहलीपाली में रोजगार सहायक महावीर भारद्वाज द्वारा फर्जी मस्टररोल बनाकर मजदूरी की राशि अपने पिता छेदुराम, माता पुनिमती,बहन धानबाई के खाते में डालने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है इसकी शिकायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी बिलाईगढ़ से की गई। शिकायत ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत टिहलीपाली में 2019-20 में केंद्र सरकार ने गांव के 40 गरीब परिवारों को पक्के मकान बनने के लिए 1 लाख 47 हजार रुपये राशि सभी के खाते में डाले थे जिसमें 15 हजार मनरेगा के तहत मेहनत राशि देना था लेकिन टिहलीपाली के रोजगार सहायक महावीर भारद्वाज ने ग्रामीणों के खाते में 1 लाख 23 हजार रूपए ही डाले। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना में काम करने की मेहनत राशि 15 हजार रुपये को फर्जी मस्टररोल बना कर रोजगार सहायक ने अपने पिता छेदुराम, माता पुनिमती,बहन धानबाई के खाते में डाल दिया। जबकि मकान बनाने में जिसने काम किया है, उसके खाते में एक रुपया तक नहीं गया।


प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों का रोजगार सचिव महावीर भारद्वाज के ऊपर आरोप है कि , वे अपने मकान बनने में मनरेगा के तहत काम किये हैं, लेकिन उन लोगों के खाते में आज तक मेहनत राशि नहीं डाला गया है इस बात की जानकारी लिया तो पता चला कि टिहलीपाली रोजगार सहायक महावीर भारद्वाज ने निजी लाभ लेने के लिए अपने पिता छेदुराम, माता पुनिमती,बहन धानबाई के खाते में फर्जी मस्टररोल बनाकर सभी हितग्राहियों की मनरेगा काम की मेहनत राशि मजदूर बता कर फर्जी तरीके से आहरण कर लिया है।

अब देखते हैं कि सी ई ओ साहब कुछ कार्यवाही करते हैं कि नही? अन्यथा बात बड़े अधिकारियों तक पहुंचाई जाएगी।




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