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भारत के बाद अब अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया भी चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लगाने जा रहा है।

भारत सरकार द्वारा 59 चाइनीज एप्स पर एक साथ प्रतिबंध लगाए जाने के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। सरकार ने इन चाइनीज एप्स को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया। सरकार ने जिन चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लगाए हैं उनमें कैमस्कैनर, शेयरईट, टिकटॉक और हेलो जैसे लोकप्रिय एप्स शामिल हैं। भारत सरकार के इस फैसले के बाद अब ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की सरकार भी टिकटॉक जैसे चाइनीज एप्स के बारे में विचार करने लगी हैं। कहा जा रहा है कि इन दोनों देशों में भी जल्द ही टिकटॉक और अन्य चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लग सकता है।

अमेरिका में राज्य के सचिव माइक पोम्पिओ ने कहा है कि अमेरिकी सरकार देश में टिकटॉक और अन्य चीनी सोशल मीडिया एप पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है।  उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रशासन चाइनीज एप्स को बहुत गंभीरता से ले रहा है, हालांकि अमेरिका में इससे पहले भी टिकटॉक और अन्य चाइनीज कंपनियों के लेकर विवाद हो चुका है। अमेरिका सेना ने कई बार टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया में भी टिकटॉक पर प्रतिबंध की मांग हो रही है।

चाइनीज एप्स को लेकर अक्सर यह बात सामने आती रहती है कि एप के जरिए यूजर्स का डाटा चीनी सरकार के पासा जाता है, हालांकि हाल ही में टिकटॉक ने कहा है कि चीनी सरकार ने उससे कभी डाटा की मांग नहीं की है और यदि भविष्य में करती भी है तो वह सरकार की मांग को ठुकरा देगा।

बता दें कि साल 2017 में चीन में राष्ट्रीय खुफिया कानून पास हुआ था जिसके मुताबिक चीन की सभी टेक कंपनियां चीनी सरकार के अधीन हैं। यह कानून सभी कंपनियों को सरकार के साथ डाटा साझा करने के लिए बाध्य करता है।

ऐसे में चीनी सरकार किसी भी वक्त किसी भी यूजर के डाटा की मांग कर सकती है और कानून के मुताबिक कंपनियों को सरकार की मांग माननी पड़ेगी। सेंसरटॉवर की रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में टिकटॉक के यूजर्स की संख्या 53 मिलियन है।




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