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पुलिस कप्तान के निर्देश में इस रक्षाबंधन में एक रक्षा सूत्र मास्क का अभियान के लिए आशीष वासनिक ने कसी कमर...सारंगढ़ अंचल में बाटेंगे 2 लाख मास्क...आम जनता से लेकर जनप्रतिनिधियों के मिल रहा अपार समर्थन..

पुलिस कप्तान के निर्देश इस रक्षाबंधन एक रक्षासूत्र मास्क का की अपील ने रायगढ़ जिले में जन आंदोलन का रूप ले लिया है।

सभी थाना प्रभारियों को आम जनता से अपील कर इस रक्षाबंधन पर्व में जब एक बहन अपने भाई की रक्षा के लिए राखी बांधेगी तो उसी दरम्यान हमारे जिले के आम जनता के रक्षा के लिए पुलिस महकमा रक्षासूत्र रूपी मास्क का वितरण करेंगे..

एक तरफ भाई के प्रति बहन का प्यार तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन का भाई के साथ बहनों को भी इस रक्षाबंधन में रक्षा कवच रूपी मास्क का वितरण किया जाएगा।

इस पहल से एक तो आम जन मानस में कोरोना से लड़ने के लिए जागरूकता आएगी वहीं दूसरी ओर पुलिस की छवि में सुधार के साथ साथ लोकप्रियता भी बढ़ेगी।


सारंगढ़ में अपनी सिंघम छवि बनाने वाले थाना प्रभारी आशीष वासनिक बाटेंगे 2 लाख मास्क..

अपने पदस्थापना के दिन से ही गरीब एवमं आम लोगों के नजर में एक सच्चे पुलिस कर्मी की छवि बनाने वाले संवेदनशील टी आई आशीष वासनिक ने आम जनता के साथ साथ सभी विभाग के कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों, युवा संगठन, महिला संगठन, एवम समस्त समाजिक कार्यकर्ताओं से इस मुहिम में जुड़ने की अपील की है।

निष्पक्ष टी आई के इस मार्मिक अपील से न ही प्रबुद्ध जन अपितु समस्त वर्ग के लोगों का साथ अभूतपूर्व श्री वासनिक जी को मिल रहा है।

लोग अपने व्हाट्सएप प्रोफाइल, फेसबुक एवमं अन्य शोशल अकॉउंट में एक रक्षासूत्र मास्क का फोटो अपलोड कर समर्थन जता रहें हैं।

यह मुहिम उतनी ही लोकप्रिय हो रही है जितना लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील की देश मे होती थी।

और हो भी क्यों न क्योंकि अपील कर्ता एक कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी जो अंचल में सिंघम के नाम से आम जन में प्रचलित हैं उनकी जो है।

क्षेत्रीय विधायक उतरी जांगड़े अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य पद्मा मनहर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता घनश्याम मनहर,अरुण मालाकार गनपद जांगड़े नगर पालिका अध्यक्ष अमित अग्रवाल ,एनएसयूआई और अ भा वि प छात्र संगठनों राजनैतिक दलों ने इस पहल का सम्मान कर अपनी सहभागिता दे रहे है ।


क्या कहते हैं सिंघम आशीष वासनिक:-

थाना प्रभारी आशीष वासनिक का कहना है कि इस कोरोना काल मे सारंगढ़ अंचल में कई लोग अभी भी इस बीमारी को हल्के से ले रहे हैं वो इस कदर लापरवाही कर रहें है कि आज भी बिना मास्क के बेधड़क घूम रहे हैं जिन्हें समय समय पर चेतावनी या आर्थिक दण्ड से डराकर समझाया जाता रहा है।

परन्तु जब तक स्वयं लोग ही इसकी महत्ता को नही समझेंगे तब तक कोई भी अधिकारी या समाजसेवी या पुलिस महकमा इस अभियान को सफल नही बना सकती है । अतः अब आम जनमानस को भी इस बीमारी एवमं कोरोना कवच रूपी मास्क के महत्ता को समझनी पड़ेगी।

मास्क हमें तो सुरक्षित रखता ही है, दूसरों को भी बचाता है। घर से बाहर निकलते समय और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का प्रयोग बहुत जरूरी हो जाता है। मास्क संक्रमण के खतरे को कम कर देता है। कहा जाता है कि, अगर 80 फीसद आबादी मास्क पहने तो कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को आसानी से खत्म किया जा सकता है।

कोविड-19 वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से आसानी से फैलता है। मास्क पहनने से किसी संक्रमित व्यक्ति की थूक की बूंदों से हवा में मौजूद वायरस के श्वसन तंत्र में प्रवेश करने की संभावना कम हो जाती है। मास्क के महत्व और अनिवार्यता को लेकर शासन व प्रशासन आए दिन दिशा-निर्देश जारी करता है। इसके बावजूद मास्क की अनदेखी जारी है।


थाना प्रभारी का कहना है कि

मास्क को पहनने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं।

- मास्क से मुंह, नाक और ठुड्डी को पूरी तरह ढक लें। कहीं बीच में खाली जगह न हो।

- मास्क को उल्टा करके दोबारा उपयोग न करें, दोबारा इस्तेमाल से पहले अच्छी तरह धोकर सुखा लें।

- सार्वजनिक स्थानों पर दो गज की दूरी का ध्यान रखें।

- परिवार के प्रत्येक सदस्य के पास कम से कम दो मास्क हो।

सीजी संदेश का अपने सभी पाठकों से अपील है कि एक जिम्मेदार पुलिस अधीक्षक एवं एक्टिव थाना प्रभारी का यह प्रयास एक अनुकरणीय उदाहरण है। आम जनमानस को इसमे कंधे से कंधा मिलाकर इस मुहिम को सफल बनाने का संकल्प लेना होगा, तथा इस मुहिम को सफल बनाना होगा।





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