news-details

रिया चक्रवर्ती की मुसीबत बढ़ी, CBI ने परिवार और उनके खिलाफ की एफआईआर

 सुशांत सिंह राजपूत मामले (Sushant Singh Rajput) में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) समेत 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। सीबीआई ने रिया चक्रवर्ती, इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, सैमुअल मिरांडा, श्रुति मोदी समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

सीबीआई ने गुरुवार को रिया चक्रवर्ती और पांच अन्य के खिलाफ सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या के लिए उकसाने, आपराधिक षड्यंत्र रचने, चोरी, धोखाधड़ी और धमकी देने समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। सीबीआई ने यह केस बिहार पुलिस की एफआईआर के आधार पर दर्ज किया है। सीबीआई की एसआईटी की टीम सुशांत राजपूज मामले की जांच कर रही है। टीम ने बिहार पुलिस से अब तक की हुई जांच के सभी दस्तावेज मांगे हैं।

सीबीआई ने रिया चक्रवती के खिलाफ भारतीय दंड संहिता( IPC) की धारा 341(गलत तरीके से बंधक बना कर रखना), 348(किसी बात के लिये मजबूर करना या संपति का इस्तेमाल करना), 380(किसी चीज़ को चुराना), 406 (भरोसे को तोड़ना), 306 (आत्महत्या के लिये मजबूर करना), 506 (किसी को डराना धमकाना), 420 (धोखाधड़ी करना),120B में केस दर्ज किया है।

केंद्र ने दी सीबीआई जांच की मंजूरी

जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सीबीआई से जांच कराने की बिहार सरकार की सिफारिश को बुधवार को मंजूरी दे दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने सभी सुशांत को प्रतिभाशाली कलाकार बताते हुए कहा कि उनकी मृत्यु के कारणों की सच्चाई सामने आनी ही चाहिए। 34 साल के सुशांत की 14 जून को मुंबई में मौत हो गयी थी। उसके बाद इस मामले ने राजनीतिक रूप ले लिया। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना नीत गठबंधन को सीबीआई जांच का कदम पसंद नहीं आया और राकांपा नेता नवाब मलिक ने बिहार की याचिका पर न्याय अधिकार क्षेत्र का मुद्दा उठाया।

मनोज शशिधर के नेतृत्व में बनाई SIT

सीबीआई के द्वारा इस मामले में एक एसआईटी (Special Investigation Team) का गठन किया गया है। इस मामले में गुजरात कैडर के आईपीएस मनोज शशिधर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। गुजरात कैडर की महिला आईपीएस अधिकारी गगनदीप गंभीर भी इस टीम का हिस्सा होंगी। जो दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में ही कार्यरत हैं।

इस मामले में सीबीआई की टीम जल्द ही कई लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दे सकती है। इसके साथ फॉरेंसिक सबूतों को इकट्ठा करने के साथ- साथ उसको CFSL लैब में जांचने -परखने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी। इस मामले में तमाम सबूतों को जल्द से जल्द इकट्ठा करना बेहद आवश्यक है क्योंकि सीबीआई की तफ्तीश रिपोर्ट के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय की तफ्तीश निर्धारित है।




अन्य सम्बंधित खबरें